बॉलीवुड में विनोद मेहरा ने अपना करियर एक चाइल्ड आर्टिस्ट के रूप में शुरू किया था. विनोद मेहरा ने महज 13 साल की उम्र में फिल्म रागिनी में एक बाल कलाकार के रूप में काम किया. वह बहुत ही खुशनुमा अंदाज के थे. विनोद मेहरा ने बतौर ऐक्टर अपना करियर 1971 में रिलीज हुई फिल्म एक थी रीता से शुरु किया था. उनका स्टाइल सबसे जुदा था. वह हीरोइनों के बीच भी काफी लोकप्रिय थे. उस जमाने की हर एक्ट्रेस विनोद मेहरा के साथ काम करना चाहती थी और उनके करीब आना चाहती थी.
रेखा का नाम इस लिस्ट में सबसे ऊपर आता है. उस समय इन दोनों की केमिस्ट्री लोगों को बहुत अच्छी लगती थी. इन दोनों के अफेयर की खबरें भी आई थी और ऐसा भी कहा जाता है कि दोनों की शादी भी हुई थी. यह बताया जाता है कि विनोद मेहरा अपनी मां को शादी के लिए राजी नहीं कर पाए थे. जब वह कोलकाता में शादी करके रेखा को अपने घर ले गए तो विनोद मेहरा की मां ने रेखा को बिल्कुल भी स्वीकार नहीं किया.
रेखा ने जब उनके पैर छुए तो उन्होंने धक्का मार दिया और इसके बाद इन दोनों का रिश्ता खत्म हो गया. विनोद मेहरा बॉलीवुड में अपनी प्रतिभा को प्रतिष्ठा ना मिलने की वजह से उदास रहा करते थे. उनके पास जब बतौर अभिनेता ज्यादा कुछ नहीं रहा तो उन्होंने फिल्मों का निर्देशन करने का निर्णय किया. उन्होंने अपने करियर में लगभग 100 फिल्मों में काम किया.
विनोद मेहरा ने फिल्म गुरुदेव बनाने का निर्णय किया जिसमें उन्होंने ऋषि कपूर, अनिल कपूर और श्रीदेवी को साइन किया. लेकिन यह फिल्म पूरी नहीं बन पाई और रिलीज से पहले ही विनोद मेहरा इस दुनिया को छोड़ कर चले गए.