23 जून, 1952 को उत्तर प्रदेश के टूण्डला में जन्मे राज बब्बर आज 66 साल के हो गए हैं. अब उनकी पहचान सिर्फ अभिनेता के तौर पर नहीं, एक नेता के तौर पर भी होती है. बीते 40 सालों में राज बब्बर ने सिनेमा में जो योगदान दिया है, उसकी जड़ें काफी पीछे से जुड़ी हैं. उनके जन्मदिन पर एक नजर उनके अब तक के सफर पर, जो काफी दिलचस्प रहा है...
पांच साल ठोकरें खाने के बाद मिली पहली फिल्म
राज बब्बर 6 भाई-बहनों में सबसे बड़े थे. राज NSD के 1972-75 बैच से एक्टिंग ग्रेजुएट हैं. 5 साल ठोकरें खाने के बाद राज बब्बर ने 1977 में आई फिल्म 'किस्सा कुर्सी का' से बॉलीवुड में कदम रखा. 'इन्साफ का तराजू' और 'आज की आवाज़' जैसी फिल्मों के हिट होने के बाद राज बब्बर को 'लो बजट अमिताभ' भी कहा जाने लगा था. कहा जाता है कि अमिताभ इससे खुश नहीं थे.
राज बब्बर, दिलीप कुमार के साथ फ़िल्म करने से चूक गए
रमेश सिप्पी की फिल्म 'शक्ति' और प्रकाश मेहरा की फिल्म 'नमक हलाल' से राज बब्बर को हाथ धोना पड़ा था. दरअसल बी.आर चोपड़ा की फिल्म 'आज की आवाज़' में निगेटिव किरदार के बावजूद राजबब्बर इंडस्ट्री में छा गए थे. उनके टैलेंट का सबने लोहा माना और उन्हें अच्छे ऑफर मिलने लगे. रमेश सिप्पी ने जब दिलीप कुमार के साथ 'शक्ति' बनाने का निर्णय लिया तो लेखक सलीम-जावेद ने उन्हें दिलीप कुमार के बेटे के रोल में राजबब्बर को लेने की सलाह दी. और सिप्पी ने उन्हें साइन भी कर लिया. लेकिन डिस्ट्रीब्यूटर्स ने बिना किसी बड़े एक्टर के फिल्म न रिलीज करने की जिद की, जिसके बाद राज बब्बर को ड्रॉप करके फिल्म में अमिताभ को ले लिया गया.
अमिताभ सिप्पी के साथ पहले 'शोले', और 'शान' जैसी फिल्में कर चुके थे और दोनों के संबंध भी बहुत अच्छे थे. हालांकि राज बब्बर के साथ यह पहली बार नहीं हुआ था.
कहा जाता है प्रकाश मेहरा इस बात से चिढ़ भी गए थे
ऐसा ही कुछ इससे पहले फिल्म 'नमक हलाल' के दौरान भी हुआ था, जब फिल्म में अमिताभ के साथ राज बब्बर को लिया गया था. कहते हैं अमिताभ बच्चन राजबब्बर के साथ काम करने को इच्छुक नहीं थे, वे किसी बड़े ज्यादा पॉपुलर कलाकार को अपने साथ चाहते थे. उनके दबाव के कारण प्रकाश मेहरा ने राज बब्बर की जगह शशि कपूर को ले लिया पर प्रकाश मेहरा को अमिताभ की यह ज़िद बुरी लगी. इसलिए 'नमक हलाल' के दौरान तो उन्होंने कुछ नहीं कहा लेकिन इसके बाद उन्होंने अपनी फिल्म 'मुकद्दर का फैसला' में राजबब्बर को ले लिया.
स्मिता पाटिल का साथ ज्यादा दिन नहीं रहा
राज बब्बर ने दो शादियां कीं. उन्होंने दूसरी शादी अभिनेत्री स्मिता पाटिल से की और दोनों का एक बेटा प्रतीक बब्बर है. उसके पहले राज बब्बर की पहली शादी नादिरा बब्बर से हुई थी और उनके बेटे-बेटी आर्य बब्बर और जूही बब्बर हैं. स्मिता पाटिल के देहांत के बाद राज बब्बर फिर से अपनी पहली पत्नी नादिरा के साथ रहने लगे.