फिल्मों में विलेन का किरदार निभा कर लोकप्रियता बटोरने वाले प्राण साहब का आज 100वां जन्मदिवस है. प्राण साहब के बचपन का नाम प्राण कृष्ण सिकंद था. लेकिन फिल्मों में आने के बाद उनकी पहचान प्राण नाम से बनी. वह पढ़ाई में बहुत होशियार थे. प्राण साहब बड़े होकर फोटोग्राफर बनना चाहते थे. लेकिन 1940 में लेखक मोहम्मद वली ने प्राण साहब को पान की दुकान पर खड़ा देखा और उन्हें पहली ही नजर में देखकर अपनी पंजाबी फिल्म यमला जट्ट के लिए साइन कर लिया.
प्राण साहब की पहली ही फिल्म सुपरहिट रही. उन्हें बॉलीवुड में पहला ब्रेक फिल्म खानदान से मिला, जो 1942 में रिलीज हुई थी. प्राण साहब ने कई फिल्मों में नेगेटिव किरदार निभाए. वह उस समय विलेन के रूप में मशहूर हो गए. आजादी के बाद वह लाहौर छोड़कर मुंबई आ गए.
मुंबई आने के बाद उन्होंने फिल्म जिद्दी में काम किया. इस दशक की सभी फिल्मों में वह विलेन के किरदार में ही नजर आए. प्राण साहब ने फिल्म जंजीर के लिए निर्देशक प्रकाश मेहरा को अमिताभ बच्चन का नाम सुझाया था. इस फिल्म से अमिताभ बच्चन की जिंदगी बदल गई. इसके बाद अमिताभ बच्चन ने प्राण साहब के साथ कई फिल्मों में काम किया.
प्राण साहब ने अमिताभ बच्चन की ही नहीं बल्कि राज कपूर की भी बहुत मदद की थी. प्राण साहब हर फिल्म के लिए हीरो से ज्यादा फीस लेते थे. लेकिन राज कपूर के लिए उन्होंने फिल्म बॉबी में केवल एक रुपए की फीस ली थी, क्योंकि उस समय राज कपूर आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे.