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जूस की दुकान लगाते थे गुलशन कुमार, फिर इस तरह बने T-Series के मालिक और चमकाई गायकों की किस्मत


संगीत कंपनी टी-सीरीज के मालिक गुलशन कुमार का 5 मई को जन्मदिन होता है. गुलशन कुमार बॉलीवुड की उन हस्तियों में शामिल रहे जिन्होंने बहुत तेजी से सफलता की सीढ़ियां चढ़ी. गुलशन कुमार ने कई गायकों का करियर चमका दिया. गुलशन कुमार का पूरा नाम गुलशन कुमार दुआ है, जिनका जन्म दिल्ली के पंजाबी परिवार में हुआ था.

gulshan kumar

गुलशन कुमार के पिता चंद्रभान दुआ दिल्ली के दरियागंज में जूस की दुकान चलाते थे. गुलशन कुमार भी उनकी मदद करते थे. लेकिन कुछ समय बाद गुलशन कुमार ने दिल्ली में कैसेट की दुकान खोली, जहां वो सस्ते दामों में गानों की कैसेट बेचा करते थे. देखते ही देखते गुलशन कुमार का काम काफी बढ़ गया और फिर उन्होंने टी-सीरीज नामक नोएडा में एक कंपनी खोली, जिसके बाद वह मुंबई आए.

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गुलशन कुमार गायक भी थे. उन्होंने ढेर सारे भक्ति गीत गाए, जोलोगों को आज भी पसंद आते हैं. गुलशन कुमार की कंपनी ने बॉलीवुड को कई बेहतरीन गायक दिए हैं. सोनू निगम, कुमार सानू जैसे गायकों को गुलशन कुमार ने ही लॉन्च किया. गुलशन कुमार के साथ 1997 में एक दर्दनाक हादसा हुआ.

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12 अगस्त 1997 को गुलशन कुमार को एक मंदिर के बाहर कुछ बदमाशों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी. ऐसा कहा जाता है कि गुलशन कुमार की हत्या के पीछे अंडरवर्ल्ड डॉन का हाथ था. अब गुलशन कुमार की कंपनी टी-सीरीज को उनके बेटे भूषण कुमार और बेटी तुलसी कुमार संभालते हैं.

कभी अंडरवर्ल्ड ने पैसों के लिए धमकाया तो कभी लगा चोरी का आरोप, जूस बेचने वाले गुलशन कुमार ऐसे बने कैसेट किंग

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गुलशन कुमार का 5 मई को जन्मदिन होता है. अगर वह जिंदा होते तो आज अपना 64 वां जन्मदिन मना रहे होते. हालांकि उन्हें 1997 में मंदिर के बाहर गोलियों से भून दिया गया. गुलशन कुमार एक समय सबसे ज्यादा टैक्स देने वाले व्यक्ति थे. वह बचपन में अपने पिता के साथ जूस की दुकान पर बैठा करते थे और उनकी मदद करते थे.

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गुलशन कुमार अपनी कमाई का कुछ हिस्सा समाज सेवा के लिए दान कर देते थे. गुलशन कुमार ने 80 के दशक में टी-सीरीज नाम की एक म्यूजिक कंपनी की डाली जो बाद में भारत की सबसे बड़ी म्यूजिक कंपनी बनी. गुलशन कुमार जब सफलता हासिल कर रहे थे तो उन पर चोरी का आरोप लगा था. रेडिफ के अनुसार, उन्होंने लोकप्रिय साउंडट्रैक की कम लागत वाली प्रतियां बेचीं.

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लेकिन जब इस बारे में उनसे पूछा गया तो उन्होंने साफ मना कर दिया. ऐसा कहा जाता है कि उस दौर में कैसेट 25 से 30 रुपए में बिका करते थे जबकि गुलशन कुमार 15 से 20 रुपए मेंकैसेट को बेचते थे. गुलशन कुमार ने 10 साल में ही टी सीरीज के बिजनेस को 350 मिलियन तक पहुंचाया.

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उनकी कंपनी ने कई गायकों को लॉन्च किया. गुलशन कुमार से अंडरवर्ल्ड डॉन अबू सलेम ने हर महीने 5 लाख देने के लिए कहा. लेकिन गुलशन कुमार ने जब मना कर दिया तो एक दिन मंदिर के बाहर उनको गोलियों से भून दिया गया. उनके मौत की खबर ने सबको हैरान कर दिया.

गुलशन कुमार की बहू दिव्या खोसला को लगी हथकड़ी, यह है पूरा मामला

गुलशन कुमार की बहू दिव्या खोसला कुमार की तस्वीरें सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो जाती है. कुछ समय पहले ही उनकी कुछ तस्वीरें सामने आई जिसमें उनके हाथों में हथकड़ी लगी हुई दिख रही है. तस्वीरों में दिव्या कैद में नजर आ रही है और बहुत परेशान लग रही है. यह नजारा देखकर फैंस भी थोड़ा हैरान हो गए.

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दरअसल यह तस्वीरें दिव्या खोसला कुमार ने खुद अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर की. दिव्या खोसला कुमार इन दिनों अपने घर पर रहकर लॉकडाउन के नियमों का पालन कर रही है और उन्होंने हाथों में हथकड़ी लगाई. यह तस्वीर मजाकिया अंदाज में खिंचवाई है.



इस तस्वीर पर लाखों लोग लाइक कर चुके हैं. बता दें कि दिव्या खोसला कुमार इंस्टाग्राम पर काफी एक्टिव रहती है और उनके लाखों फॉलोअर्स है. दिव्या खोसला कुमार फिल्म सत्यमेव जयते 2 में जॉन अब्राहम के साथ नजर आएंगी. यह फिल्म 2 अक्टूबर को रिलीज होगी.

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लेकिन फिलहाल फिल्मों की शूटिंग रुकी हुई है. ऐसे में इस फिल्म की रिलीज डेट आगे बढ़ाई जा सकती है. दिव्या कुमार काफी समय से फिल्मों में नजर नहीं आई है. दिव्या कुमार एक बेहतरीन निर्देशक भी हैं. दिव्या कुमार ने फिल्म अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों से बॉलीवुड में डेब्यू किया था.

अगर ऐसा होता तो बच सकती थी गुलशन कुमार की जान, जानें कैसेट किंग से जुड़े कुछ राज

गुलशन कुमार ने अपनी मेहनत और लगन के दम पर इतनी तेजी से सफलता हासिल की कि लोगों को उनसे जलन होने लगी और उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया. गुलशन कुमार की 12 अगस्त 1997 को मुंबई के एक मंदिर के बाहर गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई. गुलशन कुमार के पिता दिल्ली के दरियागंज मे जूस की दुकान चलाते थे, जहां गुलशन कुमार उनकी मदद करते थे.


गुलशन कुमार ने महज 23 साल की उम्र में एक दुकान का अधिग्रहण किया और उन्होंने सस्ते ऑडियो कैसेट बेचना शुरू कर दिया. इसके बाद वह सफलता की सीढ़ियां चढ़ते गए. फिर उन्होंने नोएडा में अपनी एक कंपनी खोली. इसके बाद वह मुंबई आ गए.

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गुलशन कुमार वैष्णो देवी के भक्त थे. इसी वजह से वह वैष्णो देवी आने वाले भक्तों के लिए भंडारे का आयोजन कराते थे. गुलशन कुमार का बिजनेस बढ़ता जा रहा था इस वजह से मशहूर डॉन अबू सलेम ने उनसे 5 लाख महीना देने को कहा. लेकिन गुलशन कुमार ने साफ इंकार कर दिया. इसके बाद मुंबई के एक मंदिर के बाहर उनको गोलियों से भून दिया गया.

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उनके ऊपर 16 गोलियां बरसाई गई थी. गुलशन कुमार ने 12 अगस्त 1997 को इस दुनिया को छोड़ दिया. ऐसा कहा जाता है कि गुलशन कुमार उस दिन बिना गनमैन के के मंदिर चले गए थे क्योंकि कुछ दिनों पहले उनके गनमैन की तबीयत खराब हो गई थी. अगर उस दिन उनका गनमैन उनके साथ होता तो शायद ऐसा ना होता.

महाराष्ट्र के पूर्व DGP राकेश मारिया का दावा, गुलशन कुमार की हत्या की मुंबई पुलिस को पहले ही थी खुफिया खबर

महाराष्ट्र के पूर्व डीजीपी राकेश मारिया ने अपनी किताब लेट मी से इट नाउ में यह लिखा कि टी-सीरीज म्यूजिक कंपनी के मालिक गुलशन कुमार की मौत की साजिश के बारे में मुंबई पुलिस को पहले से ही खुफिया जानकारी थी कि किस गिरोह को यह काम सौंपा गया है और पुलिस ने उनकी रक्षा के लिए सब कुछ किया. लेकिन यूपी पुलिस के आने से सारा समीकरण बिगड़ गया.

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राकेश मारिया ने बताया कि एक खबरी ने बताया था कि गुलशन कुमार का विकेट गिरने वाला है, जिस पर राकेश मारिया ने पूछा कि विकेट लेने वाला कौन है तो उसने अबू सलेम का नाम लिया था. अबू सलेम ने अपने शार्प शूटरों को गुलशन कुमार की सुपारी दी थी. गुलशन कुमार हर रोज सुबह मंदिर जाते थे, जहां पर उनकी मौत की तैयारी पहले ही की जा चुकी थी.

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मारिया ने बताया कि उन्होंने अगले दिन फिल्म निर्माता महेश भट्ट को फोन किया और पूछा कि क्या वह गुलशन कुमार को जानते हैं और क्या वह हर रोज सुबह शिव मंदिर जाते हैं. मारिया ने महेश भट्ट से कहा कि गुलशन कुमार से कह दो कि जब तक उनकी सुरक्षा का इंतजार नहीं हो जाता तब तक उन्हें कहीं नहीं जाना चाहिए.

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कुछ समय बाद गुलशन कुमार को सुरक्षा प्रदान की गई. लेकिन 12 अगस्त 1997 को मारिया को पता चला कि गुलशन कुमार की हत्या हो गई है. इस बारे में राकेश मारिया ने लिखा है- यूपी पुलिस की एक टुकड़ी ने गुलशन कुमार को सुरक्षा प्रदान करना शुरू कर दिया था, क्योंकि उनका नोएडा में एक कैसेट कारखाना था. इसलिए मुंबई पुलिस द्वारा प्रदान की गई सुरक्षा उनसे वापस ले ली गई थी.

मंदिर की सीढ़ियों से उतरते समय गुलशन कुमार पर बरसाई गई थी गोलियां, हत्यारों ने कहा था- बहुत कर ली पूजा

गुलशन कुमार का 12 अगस्त 1997 को निधन हो गया था. सुबह लगभग 8:30 बजे वह मंदिर पूजा करने गए थे. इसके बाद उनके मौत की खबर आई तो हर कोई सकते में आ गया. आज गुलशन कुमार की पुण्यतिथि है. गुलशन कुमार को एक मंदिर के बाहर गोलियों से भून दिया गया. उनके ऊपर 16 गोलियां बरसाई गई. जिसके बाद उनकी तुरंत जान चली गई.

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गुलशन कुमार पूजा की थाली लिए मंदिर की तरफ जा रहे थे. यह मंदिर गुलशन कुमार के घर से लगभग 1 किलोमीटर दूर था. उस दिन वह बिना गनमैन के ही मंदिर चले गए. उनका गनमैन कुछ दिन पहले बीमार हो गया था. गुलशन कुमार हर रोज की तरह उस दिन मंदिर गए. लेकिन जब वह पूजा करके सीढ़ियों से नीचे उतरे तो उन्हें गोलियों से भून दिया गया.

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जब उन्होंने सामने खड़े शख्स से पूछा- यह क्या कर रहे हो तो उसने जवाब दिया- बहुत पूजा कर ली. अब ऊपर जाकर करना. गुलशन कुमार कुछ कह पाते, उनके ऊपर गोलियों की बरसात हो गई. ऐसा कहा जाता है कि गुलशन कुमार की हत्या के पीछे अंडरवर्ल्ड का हाथ था.

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यह भी कहा जाता है कि दाऊद इब्राहिम ने गुलशन कुमार से भारी रकम मांगी थी, जिसको देने से उन्होंने इनकार कर दिया था. इसी वजह से उनकी हत्या करवाई गई थी. गुलशन कुमार बड़ा नाम बनने से पहले फलों का जूस बेचा करते थे.

गुलशन कुमार ही नहीं इन पांच सितारों की भी हुई थी सरेआम गोली मारकर हत्या, दहल गई थी इंडस्ट्री

गुलशन कुमार

कैसेट किंग गुलशन कुमार का 5 मई को जन्मदिन होता है. 12 अगस्त 1997 को सरेआम गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई थी. गुलशन कुमार के अलावा कई ऐसे सितारे हैं जिनकी सरेआम गोली मारकर हत्या हुई थी.

ममता शर्मा

जनवरी 2018 में हरियाणा की भजन गायिका ममता शर्मा की किसी ने गला काटकर हत्या कर दी थी. 16 जनवरी को उनके बेटे ने उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, जिसके चार दिन बाद ममता का शव एक गन्ने के खेत में मिला था.

 हर्षिता दहिया

अक्टूबर 2017 में हरियाणवी सिंगर और डांसर हर्षिता दहिया एक कार्यक्रम से लौट रही थी, तभी बदमाशों ने उनके ऊपर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई. हर्षिता की हत्या उनके जीजा गैंगस्टर दिनेश कराला ने करवाई थी.

 अमर सिंह चंदीला

पंजाबी लोकगीत गायक अमर सिंह चंदीला 1998 में महसामपुर पंजाब में एक परफॉर्मेंस देने जा रहे थे. रास्ते में ही बदमाशों ने उन्हें गोलियों से छलनी कर दिया. उनकी पत्नी की भी हत्या कर दी गई थी.

मोहित मोर

टिकटॉक सेलिब्रिटी बन चुके मोहित मोर की भी गोली मारकर हत्या हुई थी. मोहित मोर एक जिम ट्रेनर थे. वह एक दिन अपने दोस्त की दुकान पर गई जहां तीन बदमाशों ने उनके ऊपर गोलियां बरसाईं और उनकी मौत हो गई.

शमीम

2017 में पाकिस्तानी रंगमंच कलाकार शमीम की पंजाब में कुछ अज्ञात बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.

गुलशन कुमार को 16 गोलियां मारने के बाद 15 मिनट तक उनकी चीखें सुनता रहा था शूटर, ये है पूरी घटना की कहानी

मशहूर गायक और टी-सीरीज कंपनी के निर्माता गुलशन कुमार की मौत बहुत ही दर्दनाक थी. गुलशन कुमार का 12 अगस्त 1997 को निधन हो गया था. गुलशन कुमार ने 23 साल की उम्र में ही परिवार की मदद से एक दुकान खोली थी जहां वह ऑडियो कैसेट बेचा करते थे. धीरे-धीरे उनका बिजनिस चलने लगा. इसके बाद उन्होंने खुद ऑडियो कैसेट बनाने का फैसला किया.

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इसके बाद उन्होंने नोएडा में एक कंपनी खोली जिसके बाद वह करोड़पति बन गए. फिर गुलशन कुमार मुंबई आ गए जहां उन्होंने टी-सीरीज नाम की म्यूजिक कंपनी खोली. गुलशन कुमार की कंपनी के बैनर तले बॉलीवुड की कई फिल्मों के गाने बने.

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गुलशन कुमार ने कई गायकों को लॉन्च किया. उस समय गुलशन कुमार सबसे ज्यादा टैक्स देने वाले लोगों की सूची में आते थे. गुलशन कुमार एक बहुत ही अच्छे इंसान थे. गुलशन कुमार वैष्णो देवी के भक्तों के लिए थे, जो भंडारा चलाते थे जो आज भी चलता है.

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12 अगस्त 1997 को मुंबई के जीतेश्वर महादेव मंदिर के बाहर गुलशन कुमार को 16 गोलियां मारी गई थी जिससे उनकी मौत हो गई. ऐसा कहा जाता है कि गुलशन कुमार को मारने के बाद शूटर राजा ने अपना फोन 10 से 15 मिनट के लिए ऑन रखा था ताकि वह गुलशन कुमार की चीखें अबू सलेम को सुना सके.