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आशा पारेख को आई पुराने दिनों की याद, कहा - 'इस गाने की शूटिंग दौरान हो गई थीं बेहोश, फिर...'

आशा पारेख को आई पुराने दिनों की याद

बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस आशा पारेख 60-70 के दशक की मशहूर अभिनेत्रियों में से एक थीं और फैन्स उनकी फिल्मों का इंतजार किया करते थे। वहीं एक्ट्रेस सिंगिंग रियलिटी शो 'सा रे गा मा पा लिटिल चैंप्स' के लेटेस्ट एपिसोड में नजर आएंगी। इस मंच पर 80 वर्षीय एक्ट्रेस आशा पारेख ने 1967 में आई ब्लैक एंड व्हाइट फिल्म 'बहारों के सपने' के एक गाने 'क्या जानू सजन' की शूटिंग के दौरान के कुछ पुराने किस्से शेयर किए हैं। उन्होंने एक किस्सा यह भी बताया कि बीमार होने के बावजूद वह तब तक शूटिंग करती रहीं, जब तक कि वह सेट पर शूटिंग के दौरान बेहोश नहीं हो गईं।

बीमार होने के बावजूद शूटिंग पर गई थीं आशा
पुराने दिनों को याद करते हुए आशा ने कहा, "मैं एक ही समय में दो अलग-अलग फिल्मों की शूटिंग कर रही थी, उन दिनों मैं दिन में 'तीसरी मंजिल' और रात में 'बहारों के सपने' की शूटिंग करती थी। चूंकि मैं लगातार पूरे दिन काम कर रही थी, तब मुझे टाइफाइड हो गया, गाने के लिए। लेकिन, मैंने शूटिंग पर जाना नहीं छोड़ा, क्योंकि इसके लिए एक बड़ा सेट बनाया गया था, जिसमें खर्चा भी बहुत लगा था।"

शूटिंग के दौरान हो गई बेहोश
एक्ट्रेस ने कहा, "दुर्भाग्य से, एक दिन मैं शूटिंग के दौरान रात के 1 बजे के आसपास बेहोश हो गई। इसलिए शूटिंग रोक दी गई। उसके बाद मैं लगभग 15 से 20 दिनों तक बेड रेस्ट पर रही और केवल गाने की ओपनिंग की शूटिंग की गई और बाकी गाने को दो से तीन अलग-अलग सेट पर शूट किया गया था, जबकि पूरी फिल्म ब्लैक एंड व्हाइट में थी, हमने 'क्या जानू साजन' गाने को कलर फॉर्मेट में शूट किया था, जो खूबसूरत था।

कई अवार्ड से सम्मानित हो चुकी हैं आशा पारेख
बता दें, आशा पारेख को भारतीय सिनेमा में उनके जीवन भर के योगदान के लिए वर्ष 2020 के दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। 30 सितंबर को आयोजित 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने उन्हें फिल्म उद्योग के सर्वोच्च पुरस्कार से सम्मानित किया था।

फिल्म तीसरी मंजिल से चमकी थी आशा पारेख की किस्मत, आमिर के चाचा के प्यार के लिए जीवन भर रही कुंवारी

हिंदी सिनेमा की मशहूर अदाकारा आशा पारेख 76 साल की हो गई है. आशा पारेख एक समय बॉलीवुड की टॉप अभिनेत्री थी और हर कोई उनका दीवाना हुआ करता था. आशा पारेख खुद किसी इंसान से बहुत प्यार करती थी और उसके लिए जीवन भर कुंवारी रह गई. आशा पारेख का जन्म 2 अक्टूबर 1942 को एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ.


आशा ने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम करना शुरू कर दिया था. वह सेंसर बोर्ड की अध्यक्ष बनने वाली पहली महिला है. आशा पारेख ने बतौर लीड अभिनेत्री दिल देके देखो में काम किया था. उन्होंने अपने करियर में लगभग 80 फिल्में की और उनकी फिल्मों को खूब पसंद किया गया.


आशा पारेख दिलीप कुमार और वैजयंती माला की सबसे बड़ी फैन है. आशा पारेख को सबसे ज्यादा लोकप्रियता फिल्म तीसरी मंजिल से मिली, जो 1966 में रिलीज हुई थी. इस फिल्म ने उनके करियर में चार चांद लगा दिए. आशा पारेख और नासिर हुसैन के अफेयर के चर्चे रहे थे. नासिर हुसैन आमिर खान के चाचा है.


नासिर हुसैन से आशा पारेख बहुत प्यार करती थी. लेकिन उन्होंने शादी नहीं की. इसके पीछे की वजह बताते हुए आशा पारेख ने कहा कि नासिर हुसैन शादीशुदा थे और मैं नहीं चाहती थी कि मेरी वजह से उनका परिवार टूट जाए. इसी वजह से आशा पारेख ने जीवन भर शादी ना करने का निर्णय किया. आशा पारेख को 2002 में फिल्मफेयर का लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड दिया गया था.

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बीते जमाने की मशहूर अदाकारा रही आशा पारेख ने हिंदी सिनेमा में बहुत बड़ा योगदान दिया है. उनका हर कोई दीवाना हुआ करता था. आशा पारेख एक शख्स से बहुत प्यार करती थी. लेकिन वह जीवन भर कुंवारी रही. इसके पीछे की वजह उन्होंने खुद बताई थी. आशा पारेख का कहना था कि उनकी किस्मत में शादी का योग लिखा ही नहीं था और वह खुश है कि वह अकेली है.


आशा पारेख का नाम आमिर के चाचा और फिल्म निर्देशक नासिर हुसैन के साथ जुड़ा था. आशा पारेख ने खुद इस बारे में कहा था कि लंबे समय तक उनका एक बॉयफ्रेंड रहा था. यह बॉयफ्रेंड कोई और नहीं बल्कि नासिर हुसैन थे. नासिर हुसैन से शादी ना होने के पीछे की वजह भी आशा पारेख ने बताई थी.


उन्होंने कहा था कि नासिर हुसैन शादीशुदा थे और मैं कभी नहीं चाहती थी कि उनका परिवार टूट जाए. इसीलिए मैंने शादी नहीं की. आशा पारेख और धर्मेंद्र की जोड़ी भी लोगों को बहुत पसंद आती थी. इन दोनों ने बड़े पर्दे पर काफी रोमांटिक फिल्में की. आशा पारेख जब 16 साल की थी तो उन्हें फिल्म गूंज उठी शहनाई में काम करने का मौका मिला. लेकिन 2 दिन की शूटिंग के बाद ही उन्हें फिल्म से निकाल दिया गया.


आशा पारेख अपने जमाने की हाईएस्ट पैड एक्ट्रेस रहीं. उनके हिप्स थोड़े बड़े थे, जिसको लेकर उन्होंने बताया कि मैंने काऊबॉय ड्रेस पहनने के लिए अपना वजन कम किया. उन्होंने कहा था कि इवेट्स में गाउन पहनना मुझे थोड़ा हास्यास्पद लगता था. मुझे ऐसा लगता है कि एक महिला साड़ी में सबसे ज्यादा सुंदर और सम्मानजनक दिख सकती है.

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साठ के दशक की मशहूर अभिनेत्री आशा पारेख का जन्म 2 अक्टूबर 1942 को गुजरात के मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था. आशा पारेख ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से बहुत ऊंचा मुकाम हासिल किया. आशा पारेख बचपन में डॉक्टर बनना चाहती थी और फिर उन्होंने आईएएस अधिकारी बनने की सोचा. लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था और वह अभिनेत्री बन गई. आशा पारेख ने फिल्म आसमान से बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट अपना करियर शुरू किया.

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आशा पारेख ने अपनी ऑटो बायोग्राफी में बताया था कि एक बार वह डिप्रेशन का शिकार हो गई थी और उन्होंने सुसाइड करने की भी सोचा था. आशा ने बताया कि मेरे लिए वह एक बुरा दौर था. मैंने अपनी माता पिता को खो दिया था. मैं बिल्कुल अकेली हो गई थी और सब कुछ मुझे खुद ही संभालना पड़ता था. मेरे मन में कई बार आत्महत्या करने का ख्याल आया. मैंने फिर इन सब चीजों से बाहर निकलने के लिए डॉक्टर की मदद ली.

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आशा पारेख ने कहा कि दूसरा मौका मिलना बहुत मुश्किल होता है. अमिताभ बच्चन को ही केवल दूसरा मौका मिला. मेरे पास काम कम हो गया. लोगों ने मुझसे मां की भूमिका के लिए संपर्क किया. मैंने कुछ भूमिका निभाई. लेकिन मैं वह करके खुश नहीं थी. लेकिन ऐसा कोई तरीका नहीं था, जो मैं इस सब में खुद को फिट बैठा सकूं. मैं शॉट देने के लिए सुबह से शाम तक इंतजार करती थी. फिर मैंने निर्णय किया कि मुझे अब काम नहीं करना है और मैं उससे बाहर निकली. बता दें कि आशा पारेख को 1992 में उनके हिंदी सिनेमा में योगदान के लिए पद्म श्री से नवाजा गया.

आशा पारेख संग फिल्म की शूटिंग करने से पहले प्याज खाकर जाते थे धर्मेंद्र, ये थी वजह

कुछ दिनों पहले धर्मेंद्र, दिग्गज अभिनेत्री वहीदा रहमान और आशा पारेख के साथ सुपरस्टार सिंगर के सेट पर पहुंचे थे, जहां उन्होंने पुराने किस्से शेयर किए. धर्मेंद्र ने फिल्म आए दिन बहार के की शूटिंग से जुड़ा एक अनोखा किस्सा बताया. उन्होंने बताया कि वह अपने मुंह से शराब की बदबू छुपाने के लिए प्याज खाकर फिल्म के सेट पर जाते थे.

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धर्मेंद्र ने बताया कि हम दार्जिलिंग में फिल्म की शूटिंग कर रहे थे. पैकअप के बाद फिल्म के प्रोड्यूसर और क्रू मेंबर्स देर रात तक पार्टी करते थे. मैं भी पार्टी में शामिल होता था और खूब शराब पी लेता था. इस वजह से मेरे मुंह से बदबू आती थी, जिसे छुपाने के लिए मैं प्याज खाकर सेट पर पहुंचता था. आशा पारेख इस बदबू की शिकायत करती थी.

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हालांकि धर्मेंद्र ने बताया कि बाद में आशा जी के कहने पर मैंने शराब पीना बंद कर दिया था. धर्मेंद्र ने कहा- जब मैंने आपको बताया कि मैं शराब पीता हूं और शराब की बदबू हटाने के लिए प्याज खाता था तो आपने मुझे शराब ना पीने के लिए कहा था. इसके बाद मैंने कभी शराब नहीं पी और हम अच्छे दोस्त बन गए. हम एक परिवार की तरह हैं और वह दिन बहुत ही शानदार थे.

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आशा पारेख ने बताया कि बहुत ज्यादा ठंड होने के बावजूद धर्मेंद्र ने शराब को हाथ तक नहीं लगाया, क्योंकि उन्होंने मुझसे वादा किया था. एक गाने के दौरान धर्मेंद्र को पानी में डांस करना था. इस वजह से उनका शरीर भी नीला पड़ रहा था. उन्हें ब्रांडी ऑफर की गई. लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया.

शादीशुदा डायरेक्टर से प्यार करती थीं आशा पारेख, लेकिन जीवन भर रही कुंवारी, जाने दिलचस्प लव स्टोरी


आशा पारेख ने साठ के दशक में लोगों के दिलों पर राज किया. उनका जन्म गुजरात के एक मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ था. उन्होंने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट अपने करियर की शुरुआत की थी. आशा पारेख को नासिर हुसैन से प्यार हो गया था. लेकिन उन्होंने जीवन भर शादी ना करने का निर्णय किया. इसके पीछे की वजह उन्होंने खुद ही बताई थी.


आशा पारेख फिल्म दिल देके देखो से रातों-रात सुपरस्टार बन गई. इस फिल्म के बाद नासिर हुसैन ने आशा से लगातार छह फिल्में साइन करवाईं. उनकी सारी फिल्में हिट रही. नासिर हुसैन ने के साथ काम करते-करते आशा पारेख उनके प्यार में पड़ गई, लेकिन नासिर हुसैन पहले से ही शादीशुदा थे. इसी वजह से आशा पारेख ने उनसे शादी नहीं की.


आशा पारेख ने एक इंटरव्यू में कहा- मैं नहीं चाहती थी कि वह मुझसे शादी करे और मेरी वजह से किसी और का रिश्ता टूट जाए. मेरी मां इस रिश्ते के लिए सहमति दे देती. लेकिन नासिर हुसैन के परिवार वाले इस रिश्ते के खिलाफ थे. आशा पारेख इसी वजह से जीवन भर कुंवारी रही. हालांकि उन्होंने अपने इस फैसले को सही बताया. उन्होंने कहा कि सिंगल रहने का फैसला सबसे अच्छा था. बता दें कि आशा पारेख को 1992 में पद्म श्री से भी सम्मानित किया गया था.

आमिर खान के चाचा से प्यार करती थीं आशा पारेख, करने वाली थीं सुसाइड


बॉलीवुड की दिग्गज अदाकारा आशा पारेख 76 साल की हो गई है. आशा पारेख ने अपना करियर बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट शुरू किया था. उन्होंने फिल्म दिल देकर देखो से लीड एक्ट्रेस के रूप में अपना करियर शुरू किया. इस फिल्म की वजह से उनकी किस्मत रातों-रात चमक गई और वह मशहूर हो गई. आशा पारेख ने जीवन भर शादी ना करने का निर्णय किया. उन्हें पद्म भूषण से भी सम्मानित किया गया.


ऐसा कहा जाता है कि आशा पारेख का अफेयर फिल्म निर्माता नासिर हुसैन के साथ रहा. नासिर हुसैन आमिर खान के चाचा हैं. आशा पारेख ने खुद एक इंटरव्यू में इस बात का खुलासा किया था. आशा पारेख जीवन भर अकेली ही रही है. आशा पारेख ने शादी ना करने के पीछे की वजह भी बताई थी.


उन्होंने कहा था कि मेरी मां चाहती थी कि मेरी शादी किसी तरह से हो जाए. मैं भी शादी करना चाहती थी. लेकिन मेरी इच्छा थी कि मैं उस समय शादी करूं, जब मुझे मेरा मनपसंद जीवनसाथी मिले. लेकिन ऐसा नहीं हुआ और मेरी शादी भी नहीं हो पाई. आशा पारेख अकेलेपन की वजह से सुसाइड भी करना चाहती थी.


उन्होंने अपनी बायोग्राफी द हिट गर्ल में लिखा- माता-पिता की मौत के बाद मैं बिल्कुल अकेली हो गई थी. सभी चीजें मुझे अकेले ही मेनेज करनी पड़ती थी. इस वजह से मैं डिप्रेशन में आ गई. मुझे सुसाइड करने का भी विचार आया. लेकिन फिर मैंने अपना इलाज करवाया और मैं डिप्रेशन से बाहर आई. आशा पारेख ने आगे कहा कि एक एक्टर को लोग बहुत प्यार देते हैं. लेकिन फिर भी उन्हें कभी ना कभी अकेलापन महसूस होता है.