OMG 2: अक्षय कुमार की फिल्म ओएमजी 2 सिनेमाघरों में रिलीज होने के लिए तैयार है। ये फिल्म लंबे समय से सेंसर बोर्ड के बीच फंसी हुई थी। सेंसर बोर्ड ने फिल्म को ए सर्टिफिकेट दे दिया है और इसमें 20 से ज्यादा बदलाव करने के लिए कहा है और अब ये फिल्म 11 अगस्त को ही सिनेमाघरों में रिलीज होगी। मेकर्स ने सेंसर बोर्ड की बात मानते हुए फिल्म में बदलाव कर दिए हैं आइए आपको बताते हैं कि ओह माई गॉड 2 में कौन-कौन से बदलाव किए गए हैं…
इन सीन्स में किया बदलाव
भगवान शिव के दूत को नशे में दिखाया गया है जो इस दौरान एक खास किस्म का डायलॉग भी बोलते हैं। इस दृश्य और डायलॉग दोनों में ही बदलाव किए गए हैं…
1. फिल्म में नागा साधुओं के सीन्स लगाए गए हैं। पहले इसकी जगह फ्रंटल न्यूडिटी के सीन्स थे।
2. मंदिर में महिलाओं को संबोधित किए जाने वाली एक आपत्तिजनक अनाउंसमेंट को हर जगह बदल दिया गया है।
3. फिल्म की काल्पनिक कहानी महाकाल की नगरी उज्जैन में सेट है इसमें सेक्स एजुकेशन का मुद्दा उठाया गया है। ऐसे में सेंसर बोर्ड ने फिल्म में शहर का नाम बदलकर इसे एक काल्पनिक नाम देने का आदेश दिया है।
4. जहां कहीं भी स्कूल का नाम दिखाया गया है उसे बदलकर 'सवोदय' कर दिया गया है।
5. भगवान को प्रसाद के रूप में शराब चढ़ाने को लेकर व्हिस्की, रम जैसे शब्दों का प्रयोग किया गया है। इन्हें मदीरा से रिप्लेस कर दिया गया है।
6. फिल्म में 'लिंग' शब्द के इस्तेमाल की जगह 'शिवलिंग' अथवा 'शिव' जैसे शब्दों के इस्तेमाल का आदेश दिया है।
7. फिल्म में 'क्या होवे है...' से लेकर 'आप अश्लील कह रहीं' वाले डायलॉग के बीच में आने वाले 'शिव जी के लिंग', 'अश्लीलता', 'श्री भगवद गीता', 'उपनिषद', 'अथर्वेद', 'द्रोपदी', 'पांडव', 'कृष्णा', 'गोपियां' 'रास लीला' जैसे संदर्भों और शब्दों को हटा दिया गया है।
8. सेक्स रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रकाश कोठारी को फ़िल्म में हस्तमैथुन (मैस्टरबेशन) के बारे में विस्तार से बात करते हुए दिखाया गया है उन्होंने जो डायलॉग बोले हैं उनमें भी सेंसर बोर्ड ने कुछ बदलाव किए हैं।
9. हस्तमैथुन (मैस्टबेशन) को लेकर इस्तेमाल किए गए शब्द 'हराम' को 'पाप' शब्द से बदल दिया गया है।
10. फिल्म में एक नाबालिग लड़के के किए जा रहे सेक्सुअल एक्ट के सीन में भी NCPCR के गाइलाइंड के मुताबिक जरूरी बदलाव किए गए हैं।
11. अप्राकृतिक सेक्स से जुड़ी मूर्तियों को दिखाते समय एक सेक्स वर्कर से सवाल करने के दृश्यों और डायलॉग्स में भी जरूरी बदलाव किये गये हैं।
12. शिव भगवान के दूत के बोले जाने वाले डायलॉग 'मैं टांग क्यों अड़ाऊं...' में भी बदलाव किया गया है।
13. फिल्म में भगवान शिव के दूत ने अध्यात्म में लील रहने वाले और नहाने के सीन में भी बदलाव किए गए हैं।
14. फिल्म में एक जगह पर शिव के दूत ने एक डायलॉग बोला है -'बड़े बाल देखकर... रुपए मिलेंगे'। इस डायलॉग को भी सेंसर बोर्ड ने बदल दिया है।
15. फिल्म में एक जगह पर डायलॉग है 'हाई कोर्ट... मजा आएगा'। इस डायलॉग को संवैधानिक बॉडी की गरीमा के खिलाफ़ बताते हुए इस बदलने का निर्देश हाई कोर्ट ने दिया है।
16. कोर्ट की ही सुनवाई के दौरान 'महिला की योनी... हवन कुंड है', इस डायलॉग के बोले जाने के साथ ही किए जाने वाले अश्लील तरह के इशारे में भी बदलाव किए गए हैं।
17. कोर्ट में जज के सेल्फ़ी लेने वाले सीन को भी हटा दिया गया है।
18. फिल्म के डायलॉग में से 'सत्यम शिवम् सुंदरम' जैसे शब्दों को भी हटा दिया गया है।
सेंसर बोर्ड को सबसे ज्यादा दिक्कत अक्षय कुमार के किरदार से थी। फिल्म में अक्षय भगवान शिव बने थे और इसमें सेक्स एजुकेशन के बारे में बताया गया हैं। ऐसे में भगवान और सेक्स एजुकेशन को साथ में देखते हुए लोगों की भावनाएं आहत हो सकती हैं। जिसकी वजह ने सबसे बड़ा बदलाव अक्षय कुमार के किरदार में किया गया है उन्हें भगवान शिव नहीं बल्कि उनके दूत के रुप में दिखाया जाएगा।
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