Javed Akhtar Open Up About his personal Life: हिंदी सिनेमा के मशहूर लेखक और गीतकार जावेद अख्तर जब किसी शो में शिरकत करते हैं तो उसे हिट माना जाता है। जावेद अख्तर अपने करियर के अलावा अपनी निजी जिंदगी में भी बहुत कुछ बोलते हैं। उन्होंने लगभग 57 साल तक बॉलीवुड में काम किया है। उन्होंने अपने निजी जीवन में दो बार शादी की। उनकी पहली पत्नी हनी ईरानी थीं जिनसे उन्होंने 1972 में शादी की थी। उनसे उनके दो बच्चे फरहान और जोया हैं। लेकिन 6 साल बाद उनका तलाक हो गया। अक्सर कहा जाता है कि इसकी वजह एक्ट्रेस शबाना आजमी हैं। अब इसे लेकर जावेद अख्तर ने प्रतिक्रिया दी है।
शादी और तलाक जैसे मुद्दे पर जावेद अख्तर ने किया कमेंट
जावेद अख्तर ने 1984 में एक्ट्रेस शबाना आजमी से शादी की थी। अब काफी सालों बाद अरबाज खान के शो 'इनविजिबल विद अरबाज' में उन्होंने अपनी निजी जिंदगी, दो शादियां और तलाक जैसे तमाम मुद्दों पर कमेंट किया है। उन्होंने इस शो में यह भी कहा कि उनकी जिंदगी में आई दोनों महिलाओं से उनके आज भी अच्छे संबंध हैं।
अरबाज ने शादीशुदा जिंदगी के बारे में पूछा सवाल
जावेद अख्तर ने कहा, "मेरी पहली पत्नी हनी से मेरी दोस्ती आज भी कायम है और शबाना बेशक मेरी सबसे अच्छी दोस्त हैं।" शो में जब अरबाज ने जावेद से शादीशुदा जिंदगी के बारे में सवाल पूछा तो उन्होंने कहा, "अगर कोई पार्टनर आपके साथ रहने के लिए संघर्ष कर रहा है तो वह कभी खुश नहीं रह सकता। आपके सपनों और विचारों पर दूसरे व्यक्ति का उतना ही अधिकार है जितना कि स्वयं के विचारों पर आपका।"
शबाना आजमी से अपनी शादी को लेकर जावेद ने कही ये बात
जावेद अख्तर ने आगे कहा, 'एक पार्टनर को कई चीजें आपको 100 फीसदी गलत लगती हैं लेकिन आपको उन्हें सहना पड़ता है क्योंकि आप भी कई ऐसी चीजें कर रहे हैं जो उसे गलत लग सकती हैं।" शबाना आजमी से अपनी शादी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "वह एक स्वतंत्र और मजबूत दिमाग वाली महिला हैं। ऐसी महिला के साथ रहना बिल्कुल भी आसान नहीं होता है। लेकिन अक्सर हम अलग-अलग चीजों के लिए एक-दूसरे को प्रोत्साहित करते हैं। जिसने हमारी बॉन्डिंग को और मजबूत बनाया है।"
पुरुष अहंकार को लेकर जावेद ने कही ये बात
इस इंटरव्यू में जावेद अख्तर ने पुरुष अहंकार पर भी कमेंट किया। उन्होंने कहा, "समानता से अक्सर पुरुषों के अहंकार को चोट पहुंचती है। लेकिन एक महिला के साथ रहने के लिए आपको अपने स्वभाव को नरम करना होगा, उसे समझना होगा और कुछ चीजों का त्याग करना होगा।"
Post A Comment:
0 comments: