90 के दशक में बॉलीवुड इंडस्ट्री आज के वक्त से अलग हुआ करती थी। इस दौर में बॉलीवुड काफी उथल-पुथल से भरा हुआ था। इस दौर में बॉलीवुड इंडस्ट्री को लेकर अंडरवर्ल्ड के दबदबे और मीडिया की मनमानी से जुड़े कई किस्से सामने आते रहे हैं। इसी दौर में एक वक्त ऐसा था जब बॉलीवुड के कई सितारों ने मीडिया को बॉयकॉट करने का फैसला किया था, क्योंकि कई स्टार्स से जुड़े फेक न्यूज फिल्मी मैगजीन में छपते रहते थे। मीडिया से फिल्मी सितारे परेशान हो जाया करते थे। इसी दौर में एक्टर अनुपम खेर को लेकर एक खबर छपी थी कि उन्होंने किसी महिला का सेक्सुअल हरासमेंट किया है। अनुपम इस आरोप से इतने आहत हुए थे कि उन्होंने खबर छापने वाले पत्रकार को थप्पड़ ही जड़ दिया था।
अनुपम खेर पर लगाया एक्ट्रेस की बहन के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप
दरअसल, साल 1992 में स्टारडस्ट नामक मैगजीन ने अपने आर्टिकल में छापा था कि उन्होंने ममता कुलकर्णी की बहन का सेक्सुअल हरासमेंट किया था। इस फेक खबर को पड़ने के बाद अनुपम खेर आगबबुला हो गए, और इस खबर को लिखने वाले पत्रकार को थप्पड़ मार दिया था। जब अनुपम खेर ने पत्रकार को थप्पड़ मारा था, तब पूरी फिल्म इंडस्ट्री उनके सपोर्ट में उतर गई थी। उन्हें उनके साथी कलाकारों और दोस्तों से काफी समर्थन मिला था। इस दौरान सलमान खान, जैकी श्रॉफ और संजय दत्त की भी प्रतिक्रियाएं सामने आई थीं।
खबर रुकवाने के लिए कोर्ट तक गए थे अनुपम खेर
इस खबर के छपने से पहले अनुपम खेर खबर को रुकवाने के लिए अदालत तक भी गए थे। खास बात ये है वो इस केस को जीत भी गए। लैकिन मैगजीन ने कोर्ट के आदेश को नजरअंदाज किया और खबर छाप दी। इस बात से गुस्सा होकर अनुपम खेर ने उस पत्रकार को थप्पड़ जड़ दिया। अनुपम खेर ने थप्पड़ मारने वाली घटना को लेकर बाद में कहा - "मुझे लगा कि स्टैंड लेना चाहिए। खबर पूरी तरह गलत थी और अगर मैं स्टैंड नहीं लेता तो मैं खुद से नजर नहीं मिला पाता।"
मैगजीन पर लगा सिर्फ 500 रुपए का जुर्माना
बता दें, उस समय में स्टारडस्ट मैगजीन सबसे ज्यादा सर्कुलेशन वाली इंग्लिश-हिंदी मैगजीन थी। अनुपम का गुस्सा सीधे तौर पर इसके रिपोर्टर ट्रॉय रेबिरो पर था, जिसे उन्होंने थप्पड़ मारा था। वहीं, खबर छपने के बाद बॉम्बे हाई कोर्ट ने मैगजीन के डिसीजन को 'कंटेम्प्ट ऑफ कोर्ट' की श्रेणी में रखा और एडिटर को इसकी भरपाई करने का आदेश दिया। इस मामले में मैगजीन पर केवल 500 रुपए का फाइन लगाया गया था।
अपने खिलाफ फेक न्यूज को रोक नहीं पाते थे सितारे
आज के दौर में फिल्मी सितारे अपने आप से जुड़ी किसी भी फेक न्यूज को फौरन सोशल मीडिया पर अपडेट दे सकते हैं और फैंस को सच बता सकते हैं लेकिन पहले के दौर में ऐसा नहीं था। यहीं कारण था कि 80-90 के दौर में जब फिल्मी मैगजीन्स में स्टार्स से जुड़ी कई फेक न्यूज छपने लगी तो बॉलीवुड सितारों को काफी फ्रस्ट्रेशन होने लगी थी और उस दौर में इन सितारों ने मीडिया को बॉयकॉट किया था। इस मामले से जुड़ी एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है। इस वीडियो में सलमान खान, संजय दत्त, अनुपम खेर और जैकी श्रॉफ नजर आ रहे है।
संजय दत्त ने दिखाया था अपना वाइल्ड साइड
जब अपने दौर के 'वाइल्ड एक्टर' संजय दत्त से इस बारे में पूछा गया तो उनका इस मामले में बेहद खतरनाक रवैया सामने आया था। संजय दत्त ने कहा था कि अनुपम ने तो उसे थप्पड़ ही जड़ा, मैं होता तो सब कुछ तोड़ देता। संजय ने कहा था कि अनुपम खेर मेरा अच्छा दोस्त है और अगर वो कहेगा तो मैं उसकी हड्डी पसलियां भी तोड़ दूंगा, क्योंकि ये पत्रकार जैसा काम कर रहे हैं, वे सितारों की पर्सनल लाइफ के साथ ही प्रोफेशनल लाइफ भी तबाह कर रहे हैं।
सलमान खान ने किया था सपोर्ट
सलमान खान ने भी इस मामले में अपना गुस्सा जाहिर किया था, उन्होंने इस मामले को लेकर कहा, "जो थप्पड़ मारा है ना, अच्छा किया है जो मारा है। थप्पड़ मारकर अच्छा काम किया। क्योंकि वे हमारी गलत छवि पेश करके हमें सार्वजनिक रूप से थप्पड़ मार रहे हैं। यह हमें थप्पड़ मारने से भी बदतर है। यदि आप एक झूठ को 100 बार बोलेंगे, तो लोग उस पर विश्वास करने लगेंगे।"
ऑस्कर नॉमिनेशन में चुनी गई अनुपम खेर की फिल्म
बात करें अनुपम खेर के करियर की तो इन दिनों वह 'द कश्मीर फाइल्स' और 'कार्तिकेय 2' की सफलता का आनंद ले रहे हैं। बता दें, अनुपम खेर इस बात से काफी खुश हैं कि 'द कश्मीर फाइल्स' की कहानी एक ग्लोबल उड़ान ले रही है। फिल्म को ऑस्कर नॉमिनेशन के लिए चुना गया है। इसके अलावा अनुपम भी बेस्ट एक्टर कैटेगरी में शॉर्टलिस्ट किए गए हैं।
Post A Comment:
0 comments: