बॉलीवुड से लेकर साउथ फिल्मों में अपने दमदार अभिनय का जादू चला चुके सोनू सूद (Sonu Sood) आज सिनेमा इंडस्ट्री से लेकर दुनियाभर में अपनाम जबरदस्त नाम बना चुके हैं। सोनू सूद एक बेहतरीन एक्टर होने के साथ-साथ एक शानदार व्यक्तिव वाले इंसान भी हैं, जिन्होंने कोरोना काल जैसे गंभीर समय में भी लाखों लोगों की मदद की। उनको उनके घर तक पहुंचाया। लोगों की पैसे से, घर से, खाने से और कई तरह से मदद की और अपने फैंस के बीच एक मसीहा बनके उभरे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि लोगों के मसीहा बनने वाले सोनू सूद ने एक वक्त पर संघर्ष भी झेला है।
इस साल सोनू सूद की दो फिल्में रिलीज हुई हैं, जो भेल ही बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास चल नहीं पाईं, लेकिन उनके अभिनय को उतना ही पसंद किया गया, जितना उनको किया जाता है। बेहद ही कम लोग जानते हैं कि एक समय ऐसा था जब एक्टर एक्टिंग छोड़ना चाहते थे और ये तब हुआ जब साल 2007 में उन्होंने अपनी मां सरोज सूद को खोया। अपनी मां के निधन के बाद उन्होंने ये फैसला कर लिया था कि वो अभी कभी एक्टिंग नहीं करेंगे। हालांकि, बाद में उन्होंने अपने पिता शक्ति सूद के कहने के बाद वो एक्टिंग की दुनिया में वापसी की थी।बीते शनिवार को सोनू सूद ने अपना 49वां जन्मदिन मनाया।
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सोनू ने आगे बताया कि ‘हर दिन, मैं बस एक कोने में बैठकर रोता था और फिर जाकर कॉमेडी करता था’। सोनू सूद की मां भी लोगों की मदद करने में हमेशा आगे रहती थी। सोनू सूद ने आगे कहा कि ‘हर 13 अक्टूबर को, मैं सब कुछ छोड़कर पंजाब वापस जाता हूं और लंगर खाता हूं और कॉलेज के छात्रों को उनकी शिक्षा में मदद करने के लिए एक ट्रस्ट बनाया है। इससे मुझे खुशी होती है लेकिन फिलहाल मां ने मेरे जीवन में जो खालीपन छोड़ा है वह बहुत बड़ा है और भरा नहीं जा सकता'। बता दों कि 13 अक्टूबर को उनकी मां का नींद में ही निधन हो गया था और 16 अक्टूबर को उनकी बहन की शादी थी।
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