हाल ही में कृष्णा अभिषेक ने कॉमेडियन और होस्ट मनीष पॉल के चैट शो में मामा गोविंदा के साथ संबंधों को लेकर बात की इस दौरान वो इमोशनल हो गए। उन्होंने बताया कि गोविंदा ने पूरी लाइफ उनके परिवार की बहुत मदद की है।
सबसे पहले कृष्णा अभिषेक ने पिता के कैंसर से निधन पर बात की। कृष्णा अभिषेक ने कहा कि वह समय हम सभी के लिए बहुत मुश्किलों भरा था। उस समय 'कॉमेडी नाइट्स बचाओ' अपने पीक पर था। मैं नहीं बता सकता कि आखिर मैंने वे छह से आठ महीने कैसे निकाले। मैंने अपने पिता को नहीं बताया था कि उन्हें कैंसर है। मेरे पिता स्वास्थ्य को लेकर काफी सतर्क रहते थे। उन्होंने कभी इससे पहले अस्पताल का मुंह नहीं देखा था।
कृष्णा ने आगे बताया, बहुत लोग नहीं जानते कि मेरा जन्म मामा की मन्नत से हुआ था। मैं पेरेंट्स की शादी के 10 साल बाद पैदा हुआ था। उस दिन जन्माष्टमी थी इसके चलते मेरा मान कृष्णा रखा गया था।मेरी मां ने चीची मामा को बड़ा किया था। वह चाहती थीं कि वह स्टार बनें। मैंने सुना है कि उनके निधन के बाद जब उनकी डेड बॉडी उठाई गई तो गोविंदा की तस्वीर थी। जब मेरी मां को बच्चे नहीं हो रहे थे तो चीची मामा वैष्णों देवी में मन्नत मानकर आए थे। उन्होंने माना था कि वह बच्चे को छह घंटे कंधों पर बैठाकर मंदिर आएंगे। हैरानी की बात है कि उनकी मन्नत के एक साल बाद मेरा जन्म हुआ। जब मैं 4-5 साल का हो गया तो वह कंधों पर लेकर वैष्णों देवी गए थे।
उन्होंने कहा गोविंदा मामा मैं आपसे वाकई बेहद प्यार करता हूं और आपको बहुत याद करता हूं। मेरी मामी एक बहुत ही अच्छी इंसान हैं। मेरे मामा मेरा खून हैं, लेकिन मैं मामी के साथ वही खून शेयर नहीं करता हूं। मेरी मामी ने हमें 7-8 साल साथ में मेरी मामी ने बहुत सपोर्ट किया है, हमें प्यार किया है। मुझे याद है मामी ने मुझे एक कमरा दिया था कौन करता है ये सब। मैं एक चीज बहुत ज्यादा मिस करता हूं। मैं चाहता हूं कि मेरे बच्चे मेरे मामा के साथ खेलें। मैं इसे बहुत मिस करता हूं। उन्हें मेरे बच्चों के साथ खेलना चाहिए। मैं जानता हूं कि वह भी मुझे बहुत याद करते हैं। हमेशा याद करते हैं।"
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उन्होंने कहा गोविंदा मामा ने हमारी बहुत मदद की है। उन्होंने एक मां की तरह हमारा ख्याल रखा। हां प्रोफेशनली उन्होंने मदद नहीं कि क्योंकि वो चाहते थे कि अपने दम पर ये मुकाम हासिल करूं। इसके बाद मैंने काम ढूंढना शुरू किया। मुझे 500 में म्यूजिक वीडियोज में काम मिला। इससे मैं किराया भरता था। इसके बाद मैंने रीजनल फिल्मों की तरफ रुख किया। एक भोजपुरी फिल्म चली। इसके बाद मैंने बैक टू बैक 27 और भोजपुरी फिल्में साइन कीं। तब जाकर मैंने काम ठीक तरीके से करना शुरू किया।
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