पानी भरकर लाने के लिए अलग पत्नी, संतान उत्पत्ति के लिए अलग पत्नी। यह ना तो कोई फिल्मी कहानी है और ना ही प्राचीन काल की कोई ऎतिहासिक कथा। यह सच्चाई है पानी की कमी से जूझ रहे मुंबई से सटे देंगनमल गांव की।
देंगनमल गांव में पानी की इतनी कमी है कि यहां से करीब रोजाना 6 किलोमीटर का चक्कर लगाकर पानी मिलता है। इसी परेशानी के चलते यहां के लोग पत्नी होते हुए भी दूसरी शादी करते हैं। इस नई पत्नी का मुख्य काम पानी भरने का ही होता है। गौर करने वाली बात यह है कि पानी भर कर लाने वाली ये नई पत्नियां विधवाएं हैं। यहां इन्हें जल-पत्नियां नाम से भी पुकारा जाने लगा है।
जल-पत्नी को शादी के बाद वाले सभी सुख नहीं मिलते हैं। खाना, पीना और घर के अलावा पत्नी वाले सुख उसके नसीब में नहीं होते। यहां तक कि वह अपने पति के साथ शारीरिक संबंध भी नहीं बना सकती है।
इस अजीबोगरीब बहु-विवाह व्यवस्था से ना तो महिलाओं को कोई परेशानी है और ना ही गांव के पंच-पटेलों को। उनका तो कहना है कि इस व्यवस्था में तो सभी का भला है।
🔽 CLICK HERE TO DOWNLOAD 👇 🔽
Post A Comment:
0 comments: