8 जनवरी से अस्पताल में भर्ती थीं लता दी
लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar Corona) को कोरोना से संक्रमित और निमोनिया होने पर 8 जनवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. लता मंगेशकर का इलाज कर रहे डॉक्टर प्रतीत समधानी और उनकी टीम लगातार स्वर कोकिला के हेल्थ पर नजरें बनाए हुए थे और उनके ट्रीटमेंट करने में लगातार जुटे हुए थे.
नितिन गडकरी ने दी भावभीनी श्रद्धांजलि
केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने ट्वीट किया और कहा, नितिन गडकरी देश की शान और संगीत जगत की शिरमोर स्वर कोकिला भारत रत्न लता मंगेशकर जी का निधन बहुत ही दुखद है. पुण्यात्मा को मेरी भावभीनी श्रद्धांजलि. उनका जाना देश के लिए अपूरणीय क्षति है। वे सभी संगीत साधकों के लिए सदैव प्रेरणा थी.
लता मंगेशकर के डॉक्टर ने थोड़ी देर पहले दिया था हेल्थ अपडेट
लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar) का इलाज कर रहे डॉ. प्रतीत समदानी (Dr. Pratit Samdani) ने सिंगर का लेटेस्ट हेल्थ अपडेट देते हुए उनकी सेहत के बारे में जानकारी बताया था. उन्होंने बताया कि लता दी की तबीयत में फिलहाल कोई सुधार नहीं है. हमारी टीम की ओर से पूरी कोशिश की जा रही है और वह अभी भी ICU में वेंटिलेटर पर डॉक्टरों की निगरानी में हैं. इससे पहले शनिवार शाम को उन्होंने बताया था कि उन्हें अग्रेसिव थैरेपी दी जा रही है.
13 साल की उम्र से लता दी ने की करियर की शुरुआत
भारतीय सिनेमा के महान पार्श्व गायकों में से एक के रूप में, लता मंगेशकर (Lata Mangeshkar Career) ने साल 1942 में 13 साल की उम्र में अपना करियर शुरू किया और विभिन्न भारतीय भाषाओं में 30,000 से अधिक गाने गाए हैं. अपने सात दशक से अधिक के करियर में उन्होंने ‘अजीब दास्तान है ये’, ‘प्यार किया तो डरना क्या’, ‘नीला आसमां सो गया’ और ‘तेरे लिए’ जैसे कई यादगार ट्रैक्स को अपनी आवाज दी है.
Post A Comment:
0 comments: