नई दिल्ली: बॉलीवुड के कई ऐसे एक्टर हैं जिन्होंने अपने नेगेटिव किरदार से भी लोगों का दिल जीत लिया था। इन एक्टर्स ने अपनी एक्टिंग से ऐसी छाप छोड़ी की उनके किरदार को आज भी याद किया जाता है। इन्हीं में से एक थे एक्टर फिरोज खान (Feroz Khan), जो बॉलीवुड के उन विलेन में से एक हैं जिन्होंने नेगेटिव किरदार से अपनी पहचान बनाई थी। इसके अलावा वो अपनी ही तरह एक विलेन को इंडस्ट्री में लेकर आए थे, जो विलेन के किरदार जरकर उभरे और लोगों के दिलों अपनी जगह बनाई। आइये जानते हैं उस एक्टर के बारे में जिसकी किस्मत फिरोज खान ने बदल दी थी।
दरअसल हम बात कर रहे हैं एक्टर शक्ति कपूर की। शक्ति कपूर ने खुद इस बारे में बताया था कि किस तरह कार की टक्कर ने उनकी किस्मत बदल दी। किस तरह फिरोज खान ने उन्हें पहला चांस दिया था, कैसे उन्हें फिल्म कुर्बानी में काम मिला था।
द कपिल शर्मा शो में शक्ति कपूर ने बताया था कि एक बार मैं लिंकिग रोज से साउथ बॉम्बे जा रहा था। मेरी कार को उस समय एक मर्सिडीज ने टक्कर मारी थी। जब मैं कार से बाहर आया तो मैंने देखा 6 फीट 2 इंच का हैंडसम इंसान कार से बाहर आया। वो कोई और नहीं बल्कि फिरोज खान थे। जैसे ही मैंने उन्हें कार से बाहर आते हुए देखा। मैंने कहा- सर मेरा नाम शक्ति कपूर है। मैं पुणे के फिल्म इंस्टि्यूट से हूं और मैंने एक्टिंग में डिप्लोमा किया है प्लीज मुझे फिल्म में रोल दे दीजिए।
शक्ति कपूर ने आगे बताया कि ये सुनकर फिरोज खान कार में बैठे और वहां से चले गए। उसी शाम मैं अपने एक क्लोज दोस्त के.के शुक्ला के घर गया। वो राइटर था और फिरोज खान की फिल्म कुर्बानी के लिए काम कर रहा था। जब मैं वहां गया उसने मुझे कहा कि फिरोज खान अपनी फिल्म के लिए एक आदमी को ढूंढ रहे हैं। वो इंसान पुणे फिल्म इंस्टियूट से है और फिरोज खान की कार की टक्कर उसकी कार से हुई थी।
ये सुनते ही शक्ति कपूर खुशी से झूम उठे और के.के शुक्ला को बताया कि वो इंसान कोई और नहीं बल्कि मैं हूं। इसके बाद के.के शुक्ला तुरंत फिरोज खान को कॉल किया और शक्ति कपूर के बारे में बताया। इस तरह से फिरोज खान की फिल्म कुर्बानी में शक्ति कपूर को रोल मिल गया। इस फिल्म को फिरोज खान ने डायरेक्ट किया था।
जहां फिरोज खान ने अपने एक्टिंग करियर में वेलकम, धर्मात्मा, जानबाज, नागिन, अपराध जैसी कई फिल्मों में काम किया है। वहीं, शक्ति कपूर भी कई फिल्मों में धमाकेदार विलेन का किरदार निभा चुके हैं, जिसके लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है।
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