आमिर खान और सनी देओल अपने अलग अलग जॉनर की फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। जहां आमिर खान कहानियों में परफेक्शन की तलाश करते हैं। तो वहीं सनी देओल को उऩकी मास एक्शन फिल्मों के लिए जाना जाता है।
90 के दशक से पहले तक इन दोनों कलाकारों में अच्छा नाता था। ऐंसा कहा जा सकता है कि इनके बीच ना तो दोस्ती थी ना ही दुश्मनी। दोनों एक दूसरे से गर्मजोशी से मिला करते थे। लेकिन 1990 के बाद से दोनों के बीच दरार पैदा हो गई। आईए जानते है क्या वजह रहीं कि उनके बीच दूरी के क्या कारण थे।
आमिर और सनी देओल के बीच अनबन की यह बात 1990 की है। जब दोनों की फिल्में बॉक्स ऑफिस पर आमने सामने थी, इसी के चलते दोनों के मध्य दीवार खड़ी हो गई।
1990 में आमिर की फिल्म “दिल” रिलीज होने वाली थी, तो वहीं इसी समय सनी देओल की फिल्म “घायल” आई। फिल्म की रिलीज की डेट को लेकर दोनों कलाकारों में सहमति नहीं बन पाई।
इसके बावजूद दोनों फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर खूब धमाल मचाया था। जहां घायल अपने दमदार एक्शन से जानी गई। वहीं दिल ने युवा पीढ़ी को प्रभावित किया। फिल्म के गाने और माधुरी दीक्षित की अदाओं के चलते यह लंबे समय तक मैन स्ट्रीम में छाई रही।
दोनों कलाकारों में विवाद तब और गहरा हो गया जब फिल्मफेयर की ओर से अवार्ड की घोषणा की गई। आमिर खान को पूरा यकीन था कि फिल्म ‘दिल’ में उनकी एक्टिंग के लिए उन्हें फिल्मफेयर का “बेस्ट एक्टर अवार्ड” दिया जाएगा। लेकिन इसके उलट ‘घायल’ में सन्नी देओल के जबरदस्त एक्शन के लिए उन्हें फिल्मफेयर का बेस्ट एक्टर का अवार्ड दिया गया।
आमिर खान इस अवार्ड से इतने खफा हुए, कि उन्होंने फिल्म फेयर अवार्ड पर पक्षपात का आरोप लगा दिया। कसम खाई की कभी भी वह किसी अवॉर्ड फंक्शन में नहीं जाएंगे।
इसके बाद वह अब तक लगभग 20 बार फिल्मफेयर के लिए नोमिनेट हो चुके हैं, लेकिन एक बार भी हो अवॉर्ड फंक्शन में शामिल नहीं है।
फिल्म दिल और घायल के टक्कर के बाद 1996 में दोनों एक बार फिर आमने-सामने आए थे, जब सनी देओल की फिल्म “घातक” और आमिर खान की “राजा हिंदुस्तानी” रिलीज हुई थी। 2001 में “ग़दर” और “लगान” के दौरान, फिर दोनों दिग्गज एक दूसरे के सामने थे।
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