नई दिल्ली: बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के चाहने वालों की कोई कमी नहीं है। देश ही नहीं विदेशों में लाखों करोड़ों उनके फैंस हैं। इसलिए आज हम आपको अमिताभ बच्चन के फैंस से जुड़ा एक बेहद दिलचस्प किस्सा सुना रहे हैं। दरअसल अमिताभ की एक फिल्म के सीन के लिए 50 हजार लोगों की जरूरत थी। ऐसे में अमिताभ ने लोगों को इस तरह बुलाकर फिल्म का सीन शूट करने का खुरापाती आइडिया दिया था। आइये जानते हैं कैसे।
सीन के लिए थी भीड़ की जरुरत
ये तो बात सच है कि जब किसी ऐतिहासिक फिल्म या टीवी शो में लड़ाई दिखाई जानी होती है तो, लोगों को कुछ पैसे देकर शूटिंग के लिए बुला लिया जाता है। लेकिन, अगर सड़क पर शूटिंग करनी हो और आम जनता की भीड़ की जरूरत हो तो क्या कर सकते हैं। ये आप अमिताभ बच्चन से सीख सकते हैं।
ये किस्सा है साल का है। जिसमें 1989 में अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘मैं आजाद हूं’ में नजर आए थे। इस फिल्म को टीनू आनंद ने निर्देशित किया था। दरअसल उस वक्त इस फिल्म की शूटिंग गुजरात के राजकोट में हो रही थी। इस फिल्म के एक सीन के लिए बहुत सारी भीड़ की जरूरत थी। जिसके कारण सब सोचने लगे कि बिना पैसे दिए इतनी सारी भीड़ आखिर कैसे और कहां से लाई जाए।
क्यों न मेरा एक प्रोग्राम रखा जाए
फेमस वेबसाइट ‘IMDb’ के मुताबिक लोगों की भीड़ के लिए अमिताभ बच्चन साहब के दिमाग में एक खुरापाती आइडिया आया। उन्होंने अपने फिल्म निर्माता से कहा कि क्यों न मेरा एक प्रोग्राम रखा जाए। जिसमें लोगों को मुझे देखने का मौका मिले। इसके लिए पहले हम अखबार में एक विज्ञापन दें और लोगों को उस जगह का पता बताएं। लोग अमिताभ बच्चन को देखने जरूर आएंगे।
जिसके बाद अमिताभ के इस आइडिया को मानते हुए अखबार में प्रोग्राम के लिए विज्ञापन दिया गया और जिसमें राजकोट के क्रिकेट स्टेडियम का पता दिया गया। सबका मानना था कि ऐसा करने से आराम से 10 से 15 हजार तक लोग आ जाएंगे, लेकिन अमिताभ बच्चन को देखने के लिए 50 हजार के करीब लोग पहुंच गए।
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अमिताभ के साथ लोगों ने गाया गाना
इसके बाद स्टेडियम में लोगों की भीड़ के बीच अमिताभ बच्चन आ गए। अमिताभ ने अपने हाथ में माइक पकड़ा और अपनी आवाज में ‘इतने बाजू इतने सर गिन ले दुश्मन ध्यान से’ गीत एक्शन के साथ गाने लगे। अपने बाद इस गीत को भीड़ को भी गाने के लिए कहा।
इस गीत को कैफी आजमी साहब ने लिखा था। जिसने लोगों के दिलों को छू लिया और लोग अमिताभ के साथ पीछे-पीछे इस गीत को गाने लगे। ऐसे में फिल्म के निर्देशक टीनू आनंद ने अपना कैमरा शुरू किया और सीन शूट कर लिया। इस तरह अमिताभ बच्चन को महज देखने आई भीड़ की वजह से फिल्म ‘मैं आजाद हूं’ का क्लाइमेक्स सीन शूट किया गया था।
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