अच्छे जीवन के लिए खुश रहना बहुत जरूरी है। खुशी सिर्फ लोगों के रिश्तों को ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य को भी अच्छा रखता है। हंसते-खेलते परिवार का वातावरण बच्चों के लिए भी बेहद जरूरी होता है। सुखमय जीवन के लिए सकारात्मकता होना बेहद आवश्यक है। वास्तु शास्त्र को ऊर्जा परिवर्तन के लिए खास माना जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार वास्तु शास्त्र में बताए गए कुछ उपायों को करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। मान्यता है कि पॉजिटिविटी से घर में खुशहाली आती है। ऐसे में आइए जानते हैं कि किन उपायों को अपनाना जरूरी है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार हवा, पानी और अग्नि के बीच संतुलन बनाकर विभिन्न प्रकार के योग बनाने की कोशिश की जाती है। हर दृष्टि से वास्तु के उपायों को बेहद प्रभावी माना जाता है। माना जाता है कि वास्तु दोष के कारण घरों में कलह होने लगते हैं, ऐसे में इनसे पार पाना बेहद जरूरी है।
घर से नकारात्मकता दूर हो, इसके लिए वास्तु दोष से छुटकारा पाना अति आवश्यक है। माना जाता है कि नमक इसमें सहायक है। घर में नमक के पानी का पोछा लगाने से वास्तु दोष दूर होने की मान्यता है। पानी में आधा चम्मच नमक मिलाकर घोलें। फिर साफ कपड़े को उसमें डुबोकर पूरे घर में खासकर कोनों में इससे पोछा लगाएं।
इसके अलावा, विशेषज्ञों का मानना है कि घर के ईशान कोण जिसे आम भाषा में उत्तर-पूर्व दिशा कहा जाता है, उसमें किसी भी कोने में कांच की बोतल में नमक भरकर रखने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है। साथ ही, आर्थिक संकटों से छुटकारा मिलता है और धन आगमन के नए स्रोत खुलते हैं।
सकारात्मक माहौल बनाए रखने के लिए बर्तनों का ध्यान रखना भी जरूरी है। वास्तु शास्त्र में इस बात का उल्लेख मिलता है कि घर में टूटे-फूटे बर्तनों को रखने से वास्तु दोष लग सकता है। ऐसे में अगर आपके घर में भी चटके हुए बर्तन है तो उन्हें घर से बाहर निकालें वरना इसका नकारात्मक प्रभाव परिवार के सदस्यों पर पड़ सकता है।
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