हमारे शास्त्रों में जीवन को सफल बनाने के कुछ उपाय बताये गए है। आज हम आपको पितृ दोष से छुटकारा पाने के कुछ उपाय बताने जा रहे है। अमावस्या के दिन पितरों के नाम से दान-पुण्य करना चाहिए तथा गीता का पाठ पढ़ना चाहिए। इससे पितरों को सद्गति मिलती है। अगर अमावस्या तिथि पर एक पेड़ लगाया जाए तो वो बेहद पुण्यदायी होता है। इससे पितर बहुत खुश होते हैं तथा जैसे जैसे वो पौधा बढ़ता जाता है, वैसे वैसे जिंदगी की कई परेशानियां दूर होती जाती हैं।
अमावस्या के दिन जरूर करें ये उपाय
पीपल के पेड़ को हिन्दू धर्म में पूज्यनीय माना गया है। प्रभु श्री कृष्ण ने इसे कलयुग में अपना साक्षात अवतार बताया है। पितरों को शांति देने के लिए अमावस्या पर इसे लगाना खास शुभ माना जाता है।
अमावस्या के दिन पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक लगाना भी बहुत शुभ होता है। यदि कुंडली में गुरु चांडाल योग हो तो पीपल अवश्य लगाना चाहिए।
बरगद को शास्त्रों में मोक्षदायी पेड़ माना जाता है। अमावस्या के दिन इसे लगाने से पितरों को सद्गति मिलती है तथा उसका परिवार बहुत फलता फूलता है। परिवार के सदस्यों की आयु बढ़ती है।
बेल का पेड़ शिवजी का प्रिय पेड़ माना जाता है। अमावस्या के दिन इसे लगाने से पितृ तृप्त होते हैं तथा उनकी आत्मा को शांति प्राप्त होती है।
तुलसी के पौधे को भी बैकुंठ ले जाने वाला पौधा कहा जाता है। अमावस्या के दिन पितरों के नाम से इस पेड़ को लगाना काफी अच्छा माना जाता है। इससे पितरों को मुक्ति प्राप्त होती है।
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