जयपुर में हुई मूसलाधार बारिश से शहर को काफी नुकसान हुआ है। भारी बारिश से पहली बार जयपुर के अल्बर्ट हॉल म्यूजियम में 4 फीट तक पानी भर गया। इससे म्यूजियम के बेसमेंट की गैलरी में रखी 2400 साल पुरानी ममी भी डूबते-डूबते बच गई। बारिश का पानी ममी के 4 फीट ऊंचे बॉक्स तक पानी पहुंच गया। गनीमत यह रही कि इसे समय रहते निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया गया।
अल्बर्ट हॉल के अधीक्षक डॉ. राकेश छोलक के अनुसार, बारिश का पानी ममी तक पहुंचने में सिर्फ 4 से 5 इंच का फासला ही बचा था। ऐसे में समय रहते कांच तोड़कर ममी को सुरक्षित निकाल लिया गया। अगर 5 मिनट की भी और देरी हो जाती तो ये ऐतिहासिक ममी डूब जाती और इसकी भरपाई करना मुष्किल हो जाता।
इस ममी को 130 साल पहले मिस्र के काहिरा से लाया गया था। जिसके बाद यह अल्बर्ट हॉल में ही थी। यह पहली बार था, जब ममी को बक्से से बाहर जमीन पर रखना पड़ा। अप्रैल 2017 में इस ममी को अलबर्ट हॉल के बेसमेंट में शिफ्ट किया गया था। इसके साथ ही यहां इसका इतिहास, जन्म-मृत्यु का संबंध, ममी बनाने का तरीका और इस ममी का एक्स-रे लोगों के सामने रखा गया था।
यह ममी मिस्र के प्राचीन नगर पैनोपोलिस के अखमीन इलाके से 2300 साल पहले मिली थी। यह 322 से 30 ईसा पूर्व के टौलोमाइक युग की है। 130 साल पहले भारत लाई गई ये ममी ‘तूतू’ नाम की महिला की थी। यह महिला खेम देवता के उपासक पुरोहितों के परिवार की सदस्य मानी जाती है।
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