पिछले दो साल से कोरोना का शिक्षा पर गहरा असर पड़ा है। ऐसे में छात्र बिना परीक्षा के क्रमोन्नत किये गए है। बीएसई के ऐसे छात्र जिन्होंने जिन 10वीं में बेसिक गणित का विषय लिया था, वे अब 11वीं कक्षा में भी गणित ले सकेंगे। यह छूट कोरोना संक्रमण के कारण छात्रों की पढ़ाई के नुकसान व परीक्षा रद्द करने के निर्णय को देखते हुए दी गई है। यह छूट केवल वर्तमान शैक्षणिक वर्ष के लिए है।
11वीं कक्षा में ले सकेंगे मैथ्स
नई शिक्षा नीति के अन्तर्गत 11वीं कक्षा के छात्रों को अब उनकी पसंद के विषय चुनने की छूट दी जाएगी। नई शिक्षा नीति के अमल में आने से अब छात्र गणित के साथ भूगोल, राजनीतिक विज्ञान आदि विषय चुन सकते हैं।
सीबीएसई ने कक्षा ग्यारहवीं में साइंस, कॉमर्स, आर्ट्स स्ट्रीम सिस्टम को हटाने का निर्णय लिया है। साथ ही बोर्ड ने सभी विद्यालयों को निर्देश दिए हैं कि वे कक्षा ग्यारहवीं में विभिन्न प्रकार के स्ट्रीम सिस्टम से बचें।
सीबीएसई ने एक अधिसूचना जारी की है। इस अधिसूचना के मुताबिक कक्षा दसवीं में फेल होने वाले विद्यार्थियों को कंपार्टमेंट परीक्षाओं के आयोजन तक कक्षा ग्यारहवीं में बने रहने की अनुमति दी जाएगी।
10वीं बोर्ड के लिए तय अंक
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने नोटिफिकेशन जारी किया है। इस नोटिफिकेशन में 10वीं बोर्ड के लिए अंक तय करने नीति घोषित की गई है। नोटिफिकेशन के मुताबिक प्रत्येक विषय में 20 अंक आंतरिक मूल्यांकन के लिए होंगे। शेष 80 अंक वर्षभर की विभिन्न परीक्षाओं में छात्रों के प्रदर्शन के आधार पर दिए जाएंगे।
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