रिलेशन में कई बार कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। पार्टनर के साथ करीबी के दौरान पुरुषों के प्राइवेट पार्ट में उत्तेजना न आने या उत्तेजना को बनाए न रख पाने की समस्या को इरेक्टाइल डिसफंक्शन यानी नपुंसकता कहते हैं। कई मामलों में यह समस्या धीरे-धीरे हीन भावना का रूप भी ले लेती है।
नपुंसकता के पीछे क्या कारक है जिम्मेदार
डायबिटीज एक एंडोक्राइन रोग है इसमें इस्तेमाल किए जाने वाले इंसुलिन की वजह से नपुंसकता हो सकती है। इससे नर्व डैमेज की समस्या हो सकती है जिस कारण प्राइवेट पार्ट में सेंशेशन महसूस होना बंद हो जाता है।
कई न्यूरोलॉजिकल स्थितियां नपुंसकता के रिस्क को बढ़ा देती हैं। नर्व सिस्टम दिमाग की रिप्रोडक्शन सिस्टम के साथ तालमेल की क्षमता को बुरी तरह प्रभावित करता है। इस वजह से इरेक्शन में दिक्कत आती है।
कुछ दवाएं लेने से ब्लड फ्लो पर प्रभाव पड़ता है। इससे इरेक्टाइल डिसफंक्शन यानी कि लिंग के टेढ़ेपन की समस्या हो सकती है।
हार्ट और ब्लड पंप करने की क्षमता को प्रभावित करने वाली स्थितियां नपुंसकता का कारण बन सकती हैं। अगर पुरुष के प्राइवेट पार्ट पर पर्याप्त ब्लड नहीं पहुंच पाता है तो इससे इरेक्शन नहीं हो सकता है।
अगर आप किसी इमोशनल समस्या से गुजर रहे हैं तो ये संभव है कि आपकी यौन उत्तेजना भी प्रभावित होगी। डिप्रेशन, किसी तरह की चिंता या परफॉर्मेंस प्रेशर भी कई बार इस समस्या की वजह बन सकता है।
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