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अमृता राव को अफसोस- स्तनपान करवाना नॉर्मल नहीं, बच्चों के पिता मेल एक्टर्स कर रहे युवा एक्ट्रेसेस से रोमांस

अमृता राव को अफसोस- स्तनपान करवाना नॉर्मल नहीं, बच्चों के पिता मेल एक्टर्स कर रहे युवा एक्ट्रेसेस से रोमांस

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अमृता राव को अफसोस- स्तनपान करवाना नॉर्मल नहीं
मुंबई। 'मस्ती', 'मैं हूं ना' और 'विवाह' जैसी फिल्मों में काम कर चुकी एक्ट्रेस अमृता राव ने महिला दिवस पर दो ऐसे मुद्दों को छेड़ा है जो महिलाओं और बढ़ते समाज की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। पहला मुद्दा है कि आज भी बच्चों को सार्वजनिक रूप से स्तनपान करना बुरा क्यों माना जाता है। दूसरा मुद्दा है कि पुरूष कलाकार बच्चों के पिता बन जाने के बाद भी जवान एक्ट्रेसेस के साथ रोमांस कर सकते हैं, लेडीज एक्ट्रेस को ऐसे रोल नहीं मिलते।

मेरे परिवार में स्तनपान नॉर्मल

अमृता राव ने मदर्स डे पर ईटाइम्स से बातचीत में बच्चे को स्तनपान कराने की खुद की फोटो के बारे में अपनी राय रखी। अमृता ने कहा कि,'मैं यह जानकर निराश हूं कि आज भी स्तनपान को वर्जित माना जाता है। लेकिन भारत में ही कई भारत हैं। सौभाग्य से, जिस परिवार से मैं आती हूं वहां स्तनपान नॉर्मल माना जाता है। हमारा सोचना है कि स्तनपान सबसे नॉर्मल चीज है। मेरे ससुराल वाले, खास तौर पर मेरी सास को यह क्रेडिट जाता है। वह जोर देती हैं कि बच्चे को दूध पिलाने के लिए दूसरे कमरे में जाने की जरूरत नहीं है। वह कहती हैं कि जहां सब लोग हैं वहीं स्तनपान कराने में आरामदायक महसूस करो। अगर उन्हें कोई प्रॉब्लम होती, तो मुझे बच्चे को दूध पिलाने के लिए दूसरे कमरे में जाना पड़ता। मुझे खुशी है कि पति अनमोल ने वो तस्वीर (अमृता के बच्चे को स्तनपान करवाने की) शेयर की। ये जानबूझकर नहीं किया था। वह हमारे फॉलोअर्स को हमारे जीवन का एक पल दिखाना चाह रहा था। ये अच्छा रहेगा अगर हम इसको सामान्य रूप से लें।

बच्चों के पिता एक्टर्स करते हैं जवान एक्ट्रेसेस से रोमांस
एक अन्य इंटरव्यू में अमृता ने कहा,'चीजों के बदलने से डर लगता है। आपको लोगों की सोच में बदलाव को लेकर डर लगता है, खास तौर पर लड़कियों के लिए। ऐसा लड़कों के साथ नहीं होता है। आपके पास एक या दो बच्चे हो सकते हैं और आप फिर भी जवान अभिनेत्रियों के साथ रोमांस कर सकते हैं। मुख्य पुरूष कलाकारों के लिए जीवन में कुछ नहीं बदलता है लेकिन एक्ट्रेसेस के लिए बदल जाता है। 1950,60 और 70 के दशक में ऐसा नहीं था। बॉलीवुड बबल से इंटरव्यू में अमृता ने नूतन और शर्मिला टैगोर का उदाहरण देते हुए कहा कि इनकी शादी और बच्चे होने के बाद भी इनका करियर सफलतापूर्वक चलता रहा। लेकिन 1980 के बाद माहौल एकदम से बदल गया। वह कहती हैं कि इस जमाने में शायद काजोल ही इसका अपवाद हैं। मेरी पीढ़ी को अभी ये देखना है। वे कहती हैं कि कई अभिनेत्रियां हैं जिन्होंने मां बनने का फैसला लिया उन्हें वैसा काम नहीं मिल रहा जहां उन्होंने छोड़ा था।



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