अक्सर पेट में एसिडिटी खान पान में अनियमितता, खाने को ठीक तरह से नहीं चबाना और पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने की वजह से होती है। इसके अलावा हड़बड़ी में खाना और तनावग्रस्त होकर खाना और धूम्रपान और मदिरापान भी एसिडिटी के कारण होते हैं। आज हम आपको इसके कुछ उपाय बताने जा रहे है।
एसिडिटी के आयुर्वेदिक उपचार
अदरक का रस इसका रामबाण उपाय है। नींबू और शहद में अदरक का रस मिलाकर पीने से, पेट की जलन शांत होती है। इसके अलावा मेथी के पत्ते पेट की जलन दिस्पेप्सिया के उपचार में सहायक सिद्ध होते हैं।
एसिडिटी के उपचार के लिए चन्दन द्वारा चिकित्सा युगों से चली आ रही चिकित्सा प्रणाली है। चन्दन गैस से संबधित परेशानियों को ठंडक प्रदान करता है।
हरड एक आयुर्वेदिक देसी ओषधि है। यह पेट की एसिडिटी और सीने की जलन को ठीक करता है। पेट की सभी बीमारियों के उपचार के लिए लहसून रामबाण का काम करता है।
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