भगवान शिव को देवों के देव महादेव और भोलेनाथ भी कहा जाता है। भगवान शिव को सच्चेमन से यदि एक लोटा जल भी अर्पित कर दिया जाए तो वे प्रसन्न हो जाते हैं।अलग-अलग मनोकामना की पूर्ति के लिए अलग-अलग द्रव्यों से भगवान शिव जी का रूद्राअभिषेक करना चाहिए।
भगवान शिव का रुद्राभिषेक
यदि कोई असाध्य रोग से पीड़ित है या फिर जातक की कुंडली में रोगेश की दशा चल रही हो तो ऐसे में कुशाजल से भगवान शिव का रूद्राभिषेक करवाना चाहिए। इससे आपको असाध्य रोग से भी निजात मिल जाती है।
यदि आप धन प्राप्ति करना चाहते हैं तो गन्ने के रस से भगवान शिव का रूद्राभिषेक करवाना चाहिए। इसके अलावा धन वृद्धि के लिए शहद और घी से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए।
संतान सुख हर मनुष्य के जीवन में सारी धन-संपत्ति से ऊपर होता है। यदि आपको संतान सुख और परिवार में खुशहाली की कामना हैं तो दूध से भगवान शिव का रूद्राअभिषेक करवाना चाहिए।
यदि कोई ज्वर सी पीड़ित हैं और औषधि से भी लाभ नहीं हो पा रहा है तो गंगा जल या शीतल जल से भगवान शिव का अभिषेक करना चाहिए। माना जाता है कि इससे तेज ज्वर से भी राहत मिलती है।
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