इंसान के टॉयलेट से कई बिमारियों का पता लगाया जा सकता है। कई बार पूरा दिन वाशरूम के चक्कर लगाने में ही निकल जाता है तो कभी आपको बिलकुल भी प्रेशर नहीं आता है। इसके पीछे क्या कारण है, क्या वजह है कि आपके इस मूत्र विसर्जन करने का रूटीन इस तरह प्रभावित होता है।
कितनी बार मूत्र त्याग करना चाहिए
यह प्रक्रिया आपके तरल पदार्थ सेवन की मात्रा के ऊपर निर्भर करती है। लेकिन दिन में कम से कम आठ गिलास पानी पीने से आपको दिन में छह से सात बार लघुशंका का प्रेशर आ सकता है।
अगर आप ज्यादा बार वाशरूम जा रहे हैं या फिर बार-बार प्रेशर महसूस कर रहे हैं ऐसी स्थिति में आप कीगल एक्सरसाइज करके इस समस्या से निजात पा सकते हैं।
अगर आपको यूरीन पास करते समय दर्द या जलन हो रही है या फिर यूरीन में रंग का बदलाव या फिर खून देख रहे हैं तो भी आपको तुरंत अपने डॉक्टर से परामर्श लेना चाहिए। अपने बाथरूम की आदतों का नज़र रखें।
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