नई दिल्ली | मशहूर गीतकार और लेखक जावेद अख्तर (Javed Akhtar) सोशल मीडिया (Social media) पर काफी एक्टिव रहते हैं। उनका जन्म 17 जनवरी, 1945 को ग्वालियर (Javed Akhtar birthday) में हुआ था। जावेद के परिवार में कलाकार पहले से ही मौजूद थे। उन्हें लेखन का हुनर अपने माता-पिता से मिला था। जावेद का बचपन कविताओं और संगीत के बीच गुजरा और यहीं से उनका रूझान भी इस तरफ बढ़ता चला गया। जावेद अख्तर अपने कवि वाले अंदाज में अक्सर ही सामसायिक मुद्दों पर प्रतिक्रिया रखते रहते हैं। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद चल रहे ड्रग्स केस को लेकर भी जावेद अख्तर ने पिछले साल अपनी राय दी थी। उस वक्त ड्रग मामले (drugs case) को लेकर बॉलीवुड पूरी तरह से घिरा हुआ था। तब जावेद अख्तर ने इसका बचाव करते हुए कहा था कि बॉलीवुड कलाकार अपनी फिटनेस का बहुत ख्याल रखते हैं तो ऐसे में वो ऐसा कर सकते हैं। जावेद अख्तर ने चरस और गांजा को आम बता डाला था।
दरअसल, जावेद अख्तर ने एक इंटरव्यू के दौरान ड्रग मुद्दे पर खुलकर बात की थी। उन्होंने कहा था कि पूरे बॉलीवुड में ड्रग्स लिया जाता है ये कहना गलत बात है। मैंने कभी ड्रग्स नहीं लिया हालांकि एक वक्त था जब मैं शराब बहुत ज्यादा पीता था। समझ आने पर मैंने उसे भी छोड़ दिया था। मुझे लगता है कि जिस तरह से पूरे बॉलीवुड को बदनाम किया जा रहा है वो गलत बात है। चरस और गांजा बहुत आम बात है। कॉलेज के बाहर बहुत आसानी से उपलब्ध रहता है। इसे ड्रग्स की श्रेणी में नहीं रखना चाहिए।
वहीं जावेद अख्तर ने अपने बच्चों के ड्रग्स लिए जाने के सवाल पर भी जवाब दिया था। उन्होंने कहा था कि अगर मेरे बच्चे फरहान अख्तर और जोया अख्तर ड्रग्स लेते तो मैं उन्हें रोकता। अगर मुझे पता चले कि मेरी बेटी गांजा ले रही है तो मैं उसे रोकूंगा ही ना। हालांकि वो बड़ी हो गई हैं अगर मेरी बात मानती हैं तो ठीक वरना क्या ही कर सकता हूं। फरहान भी बड़े और समझदार हो चुके हैं। ऐसे में वो अपना अच्छा बुरा समझ सकते हैं। मैं सिर्फ बच्चों को सही चीज के लिए बढ़ावा दे सकता हूं।
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