आजकल आए दिन हम डाटा चोरी होने या बैंक खाते से पैसे उड़ाए जाने के खबर हम सुनते रहते हैं। दरअसल टेक्नोलॉजी के इस युग में यदि आपका पासवर्ड कमजोर होगा तो हैकर आसानी से आपको चूना लगा सकते हैं। हाल ही एक शोध रिपोर्ट में पता चला है कि ऑनलाइन लेनदेन या अन्य गतिविधियों में शामिल रहने वाला हर चौथा व्यक्ति बेहद कमजोर पासवर्ड रखता है। इस कारण डेटा चोरी के मामले में शिकार बन जाता है।
साइबर एक्सपर्ट के मुताबिक आमतौर पर हम आसानी से याद रखे जाने वाले पासवर्ड बनाते है, यहां तक कि हर प्लेटफॉर्म के लिए एक सा पासवर्ड रखते हैं। ऐसे में हैकर्स के लिए संबंधित व्यक्ति के सभी खातों को हैक करना आसान हो जाता है। साथ ही अधिकतर लोग अपने ब्राउजर पर भी पासवर्ड सेव करते रखते हैं, जिससे भी डाटा चोरी होने की संभावना ज्यादा रहती है। इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि डेटा बचाने के लिए जरूरी है कि आपका पासवर्ड बड़ा हो और अपने हर ऑनलाइन अकाउंट पर अलग पासवर्ड होना चाहिए। शोध के अनुसार 32 प्रतिशत यूजर्स यानी कि हर 3 में से 1 व्यक्ति वेब ब्राउजर पर अपना पासवर्ड सेव कर देते हैं और हर 4 में से 1 व्यक्ति अपने पासवर्ड मोबाइल या कम्प्यूटर में नोट करके सेव कर देते हैं।
इंटरनेट यूजर्स के लिए अलग-अलग एकाउंट के लिए अलग पासवर्ड रखना बड़ी चुनौती है। 1 व्यक्ति इंटरनेट पर औसतन 27 अलग-अलग एकाउंट बनाता है। इसमें सोशल मीडिया, ऑनलाइन शॉपिंग कंपनियों से लेकर ऑनलाइन बैंकिंग के पासवर्ड भी होते हैं। ऐसे में सभी अकॉउंट के लिए अलग पासवर्ड याद रखना लोगों के लिए मुश्किल होता है। यही कारण है कि ज्यादातर लोग अपने सभी इंटरनेट अकॉउंट्स में एक जैसा पासवर्ड रख देते हैं और यहीं हैकर्स के निशाने पर आ जाते हैं।
आमतौर पर हम एक बार पासवर्ड बनाने के बाद लंबे समय तक वहीं पासवर्ड उपयोग करते हैं। यह एक बड़ी गलतियों में से एक है। हम इसके अलावा अपना पासवर्ड अपने ईमेल में, टेक्स्ट डॉक्यूमेंट में अथवा ऑनलाइन ड्राफ्ट में सेव कर लेते हैं। ऐसा भी कभी नहीं करना चाहिए। अगर जीमेल अकाउंट पर अपने सारे पासवर्ड सेव करके रखे हैं और हैकर्स ने आपका जीमेल अकाउंट हैक कर लिया तो सारे पासवर्ड उसे मिल जाएंगे और वह सारी चीजें हैक कर लेगा। इसके अलावा अपने पासवर्ड को समय-समय पर बदलते रहना बेहद जरूरी है।
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