सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद से बॉलीवुड पर ड्रग्स सिंडिकेट का हिस्सा होने के आरोप लगातार लग रहे हैं। इस मामले में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने रिया चक्रवर्ती, दीपिका पादुकोण, सारा अली खान, श्रद्धा कपूर, भारती सिंह आदि से गहन पूछताछ की। हालांकि, ड्रग्स के मद्देनजर इनमें से किसी के ब्लड की जांच नहीं हुई है। इस बात की पुष्टि एनसीबी के एक अधिकारी ने की है। अर्जुन रामपाल और हर्ष लिंबाचिया के खून के सैंपल भी ड्रग्स की जांच के लिए नहीं लिए गए।
'आमतौर पर कोई मेडिकल जांच नहीं होती'
अधिकारी ने कहा, "आमतौर पर आरोपी की ड्रग्स के लिए कोई मेडिकल जांच नहीं होती। अरेस्ट के पहले नॉर्मल हार्ट का चेकअप होता है। मीडिया में गलत तथ्य है कि ड्रग्स के मद्देनजर भारती सिंह की जांच हुई है। ऐसा नहीं हुआ है। उनका नॉर्मल मेडिकल चेकअप हुआ है। यही चीज दीपिका, सारा, श्रद्धा, अर्जुन आदि पर लागू रही। क्राइम नंबर 16 या उसके बाद किसी में ड्रग्स के लिए ब्लड टेस्ट नहीं हुआ है।"
'भारती का केस छोटा, सिर्फ कंजप्शन का चार्ज'
फिर आरोपी का गुनाह कैसे साबित होगा? यह पूछे जाने पर अफसर ने कहा, "जबसे एनडीपीएस एक्ट आया है, तब से ब्लड टेस्ट किसी का नहीं हुआ है। यह परिपाटी नहीं है। यह यूनिफॉर्म प्रैक्टिस नहीं है। हो सकता है कि कुछ केसेज में स्टेट के नारकोटिक्स डिपार्टमेंट ने कभी ड्रग्स को ध्यान में रखते हुए टेस्ट किए हों। लेकिन यह आम चलन में नहीं है। भारती का केस छोटा है। उन पर कंजप्शन का ही चार्ज लगा है। ड्रग्स केस में पकड़े गए आरोपी का ब्लड टेस्ट हो ही, यह रुटीन प्रैक्टिस का हिस्सा नहीं है।"
'ब्लड टेस्ट का ज्युडिशियरी से लेना-देना नहीं'
अफसर ने आगे कहा, "ब्लड टेस्ट का कंविक्शन, ट्रायल और ज्युडिशियरी से लेना-देना नहीं होता है। अगर आरोपी के पास से तय मात्रा में नशीले पदार्थ जब्त होते हैं तो वह भी अपराध है। क्वांटिटी के हिसाब से सजा मुकर्रर होती है। कुछ मामलों में जरूर कभी-कभी ब्लड टेस्ट हुए होंगे। लेकिन बॉलीवुड के मामले में अब तक ऐसा नहीं हुआ है। किसी का टेस्ट नहीं हुआ है।"
ड्रग्स के मामले में आरोप दो तरह के होते हैं : उज्ज्वल निकम
दैनिक भास्कर ने जब इस मामले में वरिष्ठ अधिवक्ता उज्जवल निकम से बात की तो उन्होंने कहा कि एनसीबी को सभी सेलेब्स का ब्लड टेस्ट करना चाहिए था। निकम ने कहा, "ड्रग्स के मामले में आरोप दो तरह के होते हैं। एक ड्रग्स रखने का और दूसरा ड्रग्स सेवन करने का। दीपिका, सारा, श्रद्धा, भारती आदि के मामले में केस कंजप्शन का है या पजेशन का, वह देखने वाली बात है।"
'एनसीबी को ब्लड टेस्ट करना चाहिए था'
निकम आगे कहते हैं, "ड्रग्स कंजप्शन का केस है तो ब्लड चेकअप जरूरी है। लेकिन सिर्फ पजेशन का केस है तो उस मामले में ब्लड टेस्ट नहीं किया जाता। हालांकि, अगर दोनों तरह का केस है तो पुलिस सुप्रीमकोर्ट की गाइडलाइन के मुताबिक आरोपी को मेडिकल हेल्थ चेकअप को भेजती है।मेरे ख्याल से रिया से लेकर बाकी लोगों का ब्लड टेस्ट करना चाहिए था।"
'टेस्ट करना या न करना अधिकारी पर निर्भर'
निकम कहते हैं, "सेलेब्स का केस ड्रग एडिक्शन का है। अगर आदत है तो संबंधित इंसान ने जांच वाले दिन या उससे एक शाम पहले भी ड्रग कंज्यूम किया होगा। ऐसे में ब्लड टेस्ट बनता था। हालांकि यह जांच अधिकारी पर निर्भर करता है कि वह टेस्ट करना चाहता है या नहीं।
निकम ने अंत में कहा, "अगर किसी ने महीने या दो महीने पहले ड्रग्स कंज्यूम किया है तो ब्लड टेस्ट करने पर भी कुछ संदिग्ध नहीं मिलता। भारती सिंह के यहां से 86 ग्राम नशीले पदार्थ मिले या अर्जुन रामपाल के यहां से जो भी अमाउंट मिला, उसके हिसाब से सजा तय होगी। ये पजेशन वाले मामले हैं। कंजप्शन के नहीं। लिहाजा यहां ब्लड टेस्ट बहुत जरूरी नहीं हैं।"
'अभी किसी सेलेब को क्लीन चिट नहीं'
एनसीबी के अधिकारी ने बताया, "अर्जुन रामपाल जैसे सेलेब्स के मामले अभी पूरी तरह जद में नहीं आए हैं। अभी तो जो बड़े पैडलर पकड़े गए हैं, उन पर कार्रवाई हो रही है। हां किसी भी सेलेब को क्लीन चिट नहीं मिली है। सबकी चार्जशीट बन रही है। आरोपियों ने जो स्टेटमेंट दिया और जो सबूत मिले हैं, उन दोनों पहलुओं को मैच किया जा रहा है। अभी भी दीपिका, सारा, श्रद्धा किसी को क्लीन चिट नहीं दी है।"
अधिकारी ने अंत में कहा, "बाकी रिया चक्रवर्ती के मामले में हाईकोर्ट के फैसले को चैलेंज करना है या नहीं, उस पर दिल्ली में एनसीबी के डीजी आपस में चर्चा करेंगे। अभी फिलहाल एनसीबी को इस मामले में और सबूत मिले हैं। उन पर चार्जशीट तैयार की जा रही है।"
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