वेब सीरीज़ मिर्जापुर का दूसरा सीजन एक और विवाद में घिर गया है। इस बार हिंदी के जाने-माने क्राइम थ्रिलर उपन्यास लिखने वाले मशहूर लेखक सुरेंद्र मोहन पाठक ने सीरीज के कंटेंट पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि सीरीज़ में उनकी छवि खराब करने की कोशिश की गई है। उन्होंने इस बारे में भेजे नोटिस में कहा है कि, "सीरीज के एक एपिसोड में मिर्जापुर के एक पात्र सत्यानंद त्रिपाठी को हिंदी का जो उपन्यास पढ़ते हुए दिखाया गया है वह उनका 2010 में प्रकाशित उपन्यास धब्बा है। लेकिन कुलभूषण खरबंदा द्वारा अभिनीत इस पात्र ने जो कुछ कहा है वह उनके मूल उपन्यास में है ही नहीं। पात्र ने संवाद के तौर पर जो कुछ भी बोला है वह सिवाय पोर्न के और कुछ नहीं हो सकता।" उन्होंने आगे लिखा है कि, "सीरीज में उपन्यास के जिस पात्र का जिक्र किया जा रहा है, बलदेव राज नाम का ऐसा कोई पात्र मेरे उपन्यास में है ही नहीं...."
वेब सीरीज़ मिर्जापुर का दूसरा सीज़न प्रसारित होने के बाद से ही विवादों में घिरता जा रहा है। पहले असली मिर्जापुर की सांसद अनुप्रिया पटेल ने इसकी शिकायत प्रधानमंत्री नरेेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से की थी। उन्होंने इसे मिर्जापुर को बदनाम करने की साजिश करार दिया था।
इसके अलावा बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने भी इस सीरीज़ को लेकर आपत्ति जताई थी। उन्होंने इसे न सिर्फ मिर्जापुर की छवि खराब करने वाला बताया था बल्कि इसे अश्लील भी करार दिया था।
गोलियां की तड़तड़ाहट, गालियों की बौछार, बंदूक, अफीम और शराब का कारोबार, खुलेआम माफिया और राजनीति का गठजोड़ सामने रखने वाली वेब सीरीज़ मिर्ज़ापुर के दूसरे सीज़न की शुरुआत 23 अक्टूबर से हुई। इस सीज़न में भी जहां कुशल अभिनेता पंकज त्रिपाठी ही छाए हुए हैं, वहीं कुछ नए किरदार भी इसमें शामिल हुए हैं। दर्शकों ने इस पर मिलीजुली प्रतिक्रिया दी है।
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