मनोज बाजपेयी की गिनती बॉलीवुड के टॉप अभिनेताओं में होती है जिन्होंने सत्या, शूल, गैंग्स ऑफ वासेपुर, अलीगढ़ जैसी कई फिल्मों में शानदार अभिनय किया है. मनोज बाजपेयी ने हिंदी भाषा और फिल्म इंडस्ट्री को लेकर कहा- अगर मैं हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में काम कर रहा हूं और मैं हिंदी जानता हूं तो यह मेरी कमजोरी नहीं मेरी ताकत है. जिसको हिंदी नहीं आती, वह अपना सोचे.
ऐसा कहा जाता है कि हिंदी फिल्मों में काम कर रहे ज्यादातर अभिनेताओं को हिंदी भाषा नहीं आती. इसीलिए उन्हें फिल्म की स्क्रिप्ट रोमन में लिख कर दी जाती है. लेकिन मनोज बाजपेयी देवनागरी भाषा में ही स्क्रिप्ट लेते हैं. मनोज बाजपेयी ने यह भी बताया कि उन्हें हिंदी में निपुणता हासिल करने में काफी मेहनत करनी पड़ी, क्योंकि उनकी मातृभाषा भोजपुरी है.
मनोज बाजपेयी को अपनी 9 साल की बेटी को हिंदी सिखाने में काफी मुश्किल आ रही है. वह कहते हैं कि उनकी बेटी को हिंदी नहीं आती. मेरी बेटी को हिंदी सिखाना मेरे लिए बड़ी चुनौती है. वह ठीक से हिंदी नहीं बोल पाती. उसके स्कूल में अध्यापक, छात्र, मित्र और मां-बाप भी अंग्रेजी में बात करते हैं.
मैं ही वह व्यक्ति हूं जो उनसे हिंदी में बात करता है. इस वजह से वो मुझे पिछड़ा हुआ समझती है. बता दें कि मनोज बाजपेयी आखिरी बार वेब सीरीज द फैमिली मैन में नजर आए थे जिसे बहुत पसंद किया गया.
🔽 CLICK HERE TO DOWNLOAD 👇 🔽
Post A Comment:
0 comments: