हिंदी सिनेमा की मशहूर अभिनेत्री टुनटुन की आज पुण्यतिथि है. टुनटुन का 2003 में निधन हो गया था. उनका असली नाम उमा देवी था. लेकिन वह मोटी थी, इस वजह से लोग उन्हें टुनटुन बुलाते थे जिसके बाद उनका नाम टुनटुन पड़ गया. टुनटुन की कॉमेडी लोगों को अपना दीवाना बना लेती थी. टुनटुन ने बचपन में ही ठान लिया था कि अगर उन्हें गाना गाने का मौका मिलेगा तो वह नौशाद के लिए गाएंगी.
13 साल की उम्र में एक दिन टुनटुन रिश्तेदारों से भागकर मुंबई आ गई. दिल्ली में किसी से उन्हें निर्देशक नितिन बोस के असिस्टेंट जव्वाद हुसैन का पता दिया था. वह मुंबई आईं और उनसे मिली, जिन्होंने उनको पनाह दी और 1947 में उन्हें पहली बार गाना गाने का मौका मिला. टुनटुन ने पहला गाना फिल्म दर्द में अफसाना लिख रही हूं गाया था, जो सुपरहिट हुआ और इसके बाद उनकी किस्मत चमक गई.
यह गाना पाकिस्तानी अख्तर अब्बास काजी को बेहद पसंद आया जिसके बाद वह पाकिस्तान छोड़कर भारत आ गए और उन्होंने टुनटुन से शादी कर ली. टुनटुन ने लगभग 45 गाने गाए. लेकिन जब वह प्रेग्नेंट हो गई तो उन्होंने फिल्मों से ब्रेक ले लिया. उनके पति नौकरी किया करते थे. लेकिन जैसे-जैसे परिवार बढ़ता गया, खर्चा चलना मुश्किल हो गया. फिर टुनटुन ने काम करने का निर्णय किया.
टुनटुन का वजन बढ़ता जा रहा था. लेकिन नौशाद ने टुनटुन की अभिनय प्रतिभा को पहचाना और उन्हें फिल्म बाबुल में काम करने के लिए कहा. इस फिल्म में टुनटुन का किरदार लोगों को बहुत पसंद आया और देखते ही देखते वह एक कॉमेडी एक्ट्रेस बन गई और उन्होंने लगभग 200 फिल्मों में काम किया था. हालांकि पति की मौत के बाद उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री से दूरी बना ली.
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