100 से ज्यादा फिल्मों में काम करने वाली बॉलीवुड अभिनेत्री दिव्या दत्ता आज अपना 42वां जन्मदिन मना रही हैं। दिव्या दत्ता का जन्म पंजाब के लुधियाना में एक पंजाबी हिंदू परिवार में हुआ था। उन्होंने बॉलीवुड में फिल्म इश्क में जीना इश्क में मरना से कदम रखा, जो 1994 में रिलीज हुई थी। दिव्या दत्ता जब 7 साल की थीं, तब उनके पिता इस दुनिया को छोड़ कर चले गए। उनका पालन-पोषण उनकी मां ने किया।
दिव्या दत्ता की मां डॉक्टर नलिनी सरकारी ऑफिसर थी। 1984 में जब पंजाब में सिख दंगे हुए थे तो उस समय दिव्या दत्ता बहुत छोटी थी। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि उस समय वह डर की वजह से अपनी मम्मी के दुपट्टे में छुप गई थी। दिव्या दत्ता ने बताया कि जब मैं 4 साल की थी तो मुझे 1 दिन लगा कि मैं एक्टिंग बढ़िया कर लेती हूं। उस समय अमिताभ बच्चन की फिल्म डॉन रिलीज हुई। फिल्म का गाना खईके पान बनारस वाला बजा करता था। मैंने भी उनका पान खाकर नाचने वाला स्टाइल देखा था और मैं उस गाने पर खूब नाचा करती थी।
मम्मी का दुपट्टा में अपनी कमर में बांध लेती और होंठों पर पान वाली लाली लाने के लिए खूब सारी लिपस्टिक लगा लेती। हमारे घर पर बाकायदा इसका शो हुआ करता था। उनकी पार्टी होती और मैं डांस करती। मुंबई आने से पहले दिव्या ने पंजाब के रीजनल टीवी कमर्शियल्स के लिए मॉडलिंग की। बता दें कि फिल्म कसूर में दिव्या दत्ता ने लीजा रे के लिए हिंदी डबिंग की थी।
दिव्या दत्ता का नाम इंडियन आर्मी में लेफ्टिनेंट संदीप शेरगिल के साथ जुड़ा। हालांकि कुछ समय बाद दोनों का ब्रेकअप हो गया। दिव्या को 19 साल की उम्र में अमेरिका से शादी का प्रस्ताव आया था। लड़का डॉक्टर था, लेकिन दिव्या ने शादी का प्रस्ताव ठुकरा दिया और अपने करियर पर फोकस किया। अभी तक दिव्या दत्ता ने शादी नहीं की है। पेंग्विन के मुताबिक, दिव्या बचपन में किडनैप हो गई थी। हालांकि उन्हें पुलिस ने बचा लिया था। दोस्तों अगर आप भी दिव्या दत्ता के फैन हैं तो Comment करके जरूर बताएं।
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