मीटू कैंपेन के दौरान जाने-माने स्टार आलोक नाथ पर टीवी स्क्रीन राइटर विनीता नंदा ने यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया था। इसके बाद विनीता नंदा ने पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। मुंबई पुलिस ने उनके विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी। लेकिन अब यह मामला आलोक नाथ के पक्ष में जाता हुआ दिख रहा है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो मुंबई पुलिस सबूत ना मिलने की वजह से यह केस बंद कर सकती है।
विनीता नंदा ने अपने साथ हुई घटना की पूरी जानकारी दी। हालांकि वह उस अपराध की तारीख या महीना नहीं बता सकी। इस कारण पता चल रहा है कि केस बंद किया जा सकता है। विनीता नंदा ने जो आरोप लगाए उन्होंने उसके सबूत पेश नहीं किए। सबूतों के अभाव के कारण ही मुंबई पुलिस इस केस को बंद कर देगी।
रिपोर्ट की मानें तो मामले की जांच कर रहे ओशिवारा थाने के एक पुलिस ऑफिसर ने कहा कि हमने पीड़िता का बयान दर्ज किया। जो भी गवाह इस केस से जुड़े हुए थे उनका बयान लेने के लिए हमने उन्हें कई बार बुलाया। लेकिन वे नहीं आए।
कुछ समय पहले मीटू कैंपेन के दौरान विनीता नंदा ने आलोक नाथ पर आरोप लगाया था कि 20 साल पहले उन्होंने मेरा रेप किया। 90 के दशक में प्रसारित होने वाले टीवी सीरियल तारा की शूटिंग के वक्त वह काफी ज्यादा पी चुका था। नशे के हालत में ही उसने मेरा रेप किया। बता दे कि इसके बाद आलोक नाथ ने भी विनीता पर एक रुपए की मानहानि का केस दर्ज करवाया था। अब देखने वाली बात यह होगी क्या विनीता नंदा को इंसाफ मिल पाएगा या नहीं।
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