'कौन बनेगा करोड़पति' टीवी के सबसे लोकप्रिय शोज में से एक है। इस शो का 11वां सीजन शुरू हो चुका है। गुरुवार को नुपूर चौहान नाम की कंटेस्टेंट हॉट सीट पर पहुंची। जैसे ही अमिताभ बच्चन ने हॉट सीट के लिए नुपूर के नाम की घोषणा की केबीसी का पूरा मंच तालियों से गूंज उठा। दरअसल, नुपूर एक रेयर बीमारी से पीड़ित है। जिसकी वजह से वे ठीक से चल नहीं पाती। ऐसे में अमिताभ खुद नुपूर को लेने उनकी सीट तक गए। शो के दौरान नुपूर ने अपनी इस बीमारी की वजह बताते हुए कहा की डॉक्टर्स ने उन्हें मरा हुआ समझकर डस्टबिन में फेंक दिया था। नुपूर की कहानी सुन अमिताभ भी स्तब्ध रह गए।
जानिए विस्तार से -
सहारा लेकर चलती है नुपूर
रेयर बीमारी से पीड़ित होने के बावजूद नुपूर कभी व्हील चेयर का इस्तेमाल नहीं करती है। रेयर बीमारी से पीड़ित होने के बावजूद वे नुपूर कभी व्हील चेयर पर नहीं बैठती। क्योंकि उनका मानना है की अगर वे एक बार व्हील चेयर पर बैठ गई तो कभी खड़ी नहीं हो पाएगी। इसलिए वे व्हील चेयर की बजाय सहारा लेकर चलती है। हॉट सीट पर आने के बाद नुपूर ने दर्शकों और बिग बी के साथ अपनी जिंदगी के अनुभव साझा किए।
नाम सुनते ही रो पड़ी नुपूर
जैसे ही बिग बी फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट के विनर का एलान किया तो अपना नाम सुन नुपूर रोने लग गई। तब अमिताभ ने उनकी सीट तक जाकर उन्हें चुप कराया। साथ ही अमिताभ ने नुपूर को सहारा देकर उठने में मदद की। बाद में लड़खड़ाते हुए चल रही नुपूर को उनके भाई ने गोद में उठाकर हॉट सीट पर बिठाया। ये नजारा देख शो में मौजूद दर्शक तालियां बजाने लगे।
Mixed Cerebral Palsy नामक बीमारी से पीड़ित है नुपूर
शो के दौरान अमिताभ ने नुपूर से पूछा की उनकी ये हालत कैसे हुई। जवाब में नुपूर ने कहा, 'मैं पेश से एक टीचर हूं। वे 'Mixed Cerebral Palsy' नामक बीमारी से पीड़ित हूं। इस बीमारी से पीड़ित बच्चे अपनी उम्र से कुछ साल पीछे होते है, या फिर उनका कोई अंग काम नहीं करता है। मेरे केस में अच्छा ये है की मेरा दिमाग नॉर्मल काम करता है।
डॉक्टर्स ने मरा समझकर डस्टबिन में फेंका
नुपूर कहती है, 'मेरा जन्म सिजेरियन हुआ था। उस वक्त मुझे सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट लग गए। जन्म के वक्त मैं रोई नहीं तो डॉक्टर्स ने मरा हुआ समझकर डस्टबिन में डाल दिया। लेकिन मेरी नानी और मौसी ने किसी कर्मचारी को पैसे देकर कहा की उसे डस्टबिन से निकाल दो। मुझे निकाला गया तब नानी ने कहा इसे पीठ पर मारो शायद जिंदा हो जाए और तभी मैं मारते ही रो पड़ी।'
डॉक्टर्स की लापरवाही से बिगड़ गया नुपूर का केस
नुपूर आगे बताती है, 'मेरा केस उतना बिगड़ा हुआ नहीं था जितना डॉक्टर्स की लापरवाही से बिगड़ गया। दरअसल, मुझे ऑक्सीजन की कमी थी, इसलिए मैं चुप रही। बाद में 12 घंटे तक रोती रही। उस वक्त मुझे टिटनेस और ज्वाइंडिस का शिकार समझ गलत इंजेक्शन दिए। डॉक्टर की गलती से केस इतना बिगड़ गया की मैं नॉर्मल बच्चों की तरह नहीं रही।'
नुपूर की कहानी सुन ऐसा था अमिताभ का रिएक्शन
नुपूर ने आगे कहा, 'मैं इस मंच पर डॉक्टर्स से कहना चाहती हूं की वे अपनी जिम्मेदारी को समझे। नुपूर की कहानी सुनकर अमिताभ ने कहा की आपको डस्टबिन में डाल देना अपराध है। मैं आपसे क्या कहूं, मैं तो आपकी कहानी सुनकर स्तब्ध हूं। लेकिन मैं आपकी हिम्मत और आपके इरादों की तारीफ करता हूं।'
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