कहावत है 'ऊंची दुकान फीका पकवान' और यह लाइन 'साहो' फिल्म पर बिल्कुल ही फिट बैठती है। 350 करोड़ बजट, चार एक्शन डायरेक्टर, बड़े-बड़े कलाकार और करोड़ों का प्रमोशन होने के बाद भी साहो फिल्म ने उम्मीदों पर पानी फिरा है। जी हां क्रिटिक्स के द्वारा फिल्म को थर्ड क्लास रिव्यू मिले हैं तो वहीं ऑडियंस भी अब प्रभास की साहो को बकवास बताने लगी है तो चलिए हम पहले एक नजर डाल लेते हैं मशहूर ट्रेड एनालिस्ट और वेबसाइट के रिव्यु पर।
तमिल 360 द्वारा भी इस फिल्म को पांच में से सिर्फ 2 स्टार दिए गए हैं और उनके मुताबिक हाई बजट वाली फिल्में बनाना के लिए स्किल की आवश्यकता होती है और वह कुछ ही डायरेक्टर्स के पास है। बॉलीवुड के मशहूर ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श के मुताबिक यह फिल्म टैलेंट का दुरुपयोग है और पैसे की बर्बादी है उनके मुताबिक स्क्रीनप्ले काफी वीक है और स्टोरी बिना दम की है।
आपको बता दें कि सिर्फ यह दो ट्रेड एनालिस्ट ही नहीं बल्कि कई ऐसी वेबसाइट है जिन पर साहो को बिल्कुल ही थर्ड क्लास दिए गए हैं और ऐसा हो भी क्यों ना क्योंकि फिल्म में एक्शन सीन पर काफी खर्च किया गया है और रोंगटे खड़े कर देने वाले दृश्य पर लोगों ने तालियां भी बजाई है, लेकिन जहां स्टोरी ही वीक बताई जा रही है वहां एक्शन सीन को लेकर क्या करेंगे
लोग सोशल मीडिया पर उड़ा मजाक आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ट्विटर पर लोगों ने प्रभास की फिल्म साहू का मजाक उड़ा दिया है और यहां तक कि खुद लोगों ने ही फिल्म को पैसा बर्बाद बताया है। प्रभास के स्टारडम के अलावा साहो फिल्म कुछ नहीं है और डायरेक्शन में भी कमी बताई जा रही है।
350 करोड़ लगाने के बावजूद फिल्म निर्माता एक ब्लॉकबस्टर फिल्म नहीं दे पाए। बाहुबली से भी ज्यादा बजट लगाया गया था, लेकिन यह फिल्म उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पाई और लोगों के दिलों पर राज करने में नाकामयाब रही। इसी वजह से यह कहावत साबित होती है कि ऊंची दुकान फीका पकवान।
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